आगरालीक्स.. (पूरी खबर) आगरा में फल की ठेल लगाने वाले प्रदीप और धीरज राजौरा ने एक्सपायर डेट की दवाओं को रीपैकिंग के बाद बाजार में बेचकर करोडों की संपत्ति जुटा ली, लग्जरी गाडी है और लग्जरी जिंदगी जी रहे हैं।
आगरा में आठ फरवरी को पुलिस फोर्स को साथ लेकर ड्रग डिपार्टमेंट की टीम ने सत्यम प्लाजा,सिकंदरा रोड पर छापा मारा। टीम को छापे में बडी मात्रा में दवाएं मिली, ये दवाएं एक्सपायर होने के बाद रीपैक की गई थी और बाजार में बेची जा रही थी। पुलिस और ड्रग डिपार्टमेंट की पूछताछ में सामने आया है कि दो साल पहले सगे भाई प्रदीप और धीरज राजौरा फलों की ठेल लगाते थे। इसके बाद दवा का काम करना शुरू किया और करोडों की संपत्ति बना ली।
लाइसेंस लेकर एक्सपायर दवाओं का काला धंधा
पुलिस और ड्रग डिपार्टमेंट की पूछताछ में सामने आया है कि प्रदीप और धीरज राजौरा ने डेढ साल पहले राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर के नाम से आगरा में थोक का लाइसेंस लिया। इसके साथ ही लाइफ रेमेडीज नाम से मुंबई में किराया का कमरा लेकर दवा कंपनी रजिस्टर्ड करा ली, दवा कंपनी की दवाएं पोंटा साहब हिमाचल प्रदेश से बनवाना शुरू किया। काम बढने और मोटी कमाई करने के लिए एक्सपायर दवाओं को खरीदकर अपने ब्रांड के नाम से रीपैकिंग कराने के बाद बिक्री शुरू कर दी।
लग्जरी गाडी और दो मंजिला मकान
पूछताछ में सामने आया है कि प्रदीप और धीरज राजौरा लग्जरी गाडी से चलते हैं, दो मंजिला मकान है। आगरा के साथ ही आस पास के जिलों में भी दवाओं की सप्लाई कर रहे थे।
तीन अरेस्ट, मथुरा की फैक्ट्री संचालक से पूछताछ
इस मामले में आगरा के राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर के संचालक प्रदीप और धीरज राजौरा के साथ ही मेडेन्स हेल्थकेयर के संचालक सौरभ शर्मा को अरेस्ट कर लिया है। राजौरा डिस्ट्रीब्यूटर द्वारा मथुरा की फैक्ट्री से दवाओं की रीपैकिंग करा रहे थे।