आगरालीक्स… मौत तो आनी है तो फिर मौत का क्यों डर रखूं, गजल लिखने वाले कवि, गीतकार कुंवर बेचैन का कोरोना से निधन।
देश के वरिष्ठ कवि गीतकार डॉ कुंवर बेचैन का कोरोना संक्रमित होने पर कैलाश हॉस्पिटल, नोएडा में इलाज चल रहा था, गुरुवार सुबह उन्होंने अंतिम सांस ली। वरिष्ठ कवि डॉ कुंवर बेचैन उर्फ डॉ कुंवर बहादुर सक्सेना मूल रूप से गांव उमरी मुरादाबाद के रहने वाले थे, उन्होंने एसएम कॉलेज चंदौसी से पढाई की।
गजल, गीत और उपन्यास लिखे
डॉ कुंवर बेचैन ने कई विधाओं में साहित्य स्रजन किया, उन्होंने कविताएं लिखी, गजल लिखी और गीत के साथ ही उपन्यास भी लिखे।