आगरालीक्स… आगरा में आनलाइन क्लासेज में बच्चे शरारत कर रहे हैं, टीचर्स भी यह जानते हैं, शरारती छात्रों संग उनके पैरेंटस को कंट्रोल करने के शिक्षकों के अनुभव।
नर्सरी क्लासेज से लेकर काम्पटेटिव एग्जाम के लिए आनलाइन क्लासेज चल रही हैं, इन क्लासेज में टीचर अपने घर पर बैठक एप के माध्यम से छात्रों को पढा रहे हैं। पढाते समय छात्रों के वीडियो और आडियो बंद करा दिए जाते हैं, टीचर का आडियो और वीडियो आन रहता है। ऐसे में छात्र आनलाइन क्लास के लिए लॉग इन करने के बाद घूमने लगते हैं, उनका ध्यान पढाई पर नहीं रहता है। करीब एक महीने से आनलाइन क्लासेज लेने के बाद शिक्षक भी छात्रों की शरारतों को समझ गए हैं, जाने वे किस तरह से छात्रों को कंट्रोल कर रहे हैं।
सवाल आनलाइन क्लासेज में छात्र छात्राएं किस तरह की शरारत करते हैं
जवाब कक्षा 11 और उससे छोटी क्लासेज के छात्र ज्यादा शरारत करते हैं, 12 वीं के छात्र और कॉम्पटीटिव एग्जाम की तैयारी कर रहे छात्र शरारत नहीं करते हैं लेकिन वे एकाग्रता के साथ पढाई करें, यह बडी चुनौती है।
सवाल छात्रों पर किस तरह से नजर रखते हैं
जवाब कई छात्र ऐसे हैं जो आनलाइन क्लासेज को लॉग इन करने के बाद घर में टहलने लगते हैं, उनका वीडियो और आडियो बंद रहता है, इस तरह के केस में आनलाइन क्लास को मोनोलॉग की जगह डायलॉग में बदलना होता है। मसलन, 10 मिनट बाद किसी एक छात्र का नाम लेकर उससे जो टापिक पढाया जा रहा है, उससे जुडे हुए सवाल पूछना, इससे छात्र अलर्ट मॉड में आ जाते हैं, उन्हें यह पता नहीं रहता है कि अब किस छात्र का नाम बुल सकता है।
सवाल छात्रों को समझ में आया या नहीं, यह कैसे पता कर सकते हैं
जवाब दरअसल आनलाइन क्लासेज में एक घंटे की जगह 1 30 घंटा पढाने पर सभी छात्रों को कोई भी टॉपिक समझाया जा सकता है, इसके लिए क्लास खत्म होने से पहले छात्रों के वीडियो और आडियो आन कराने के बाद उनसे पढाए गए टॉपिक के बारे में सवाल पूछ सकते हैं, छात्रों के चेहरे के हाव भाव को देखकर पता चल जाता है कि उसे समझ में आया है कि नहीं, समझ में ना आने पर दोबारा समझा सकते हैं इससे जो छात्र नहीं समझ पाएं हैं वे समझ सकते हैं लेकिन इसके लिए क्लास ज्यादा देर तक चल सकती है।