Acute Shortage of Jumbo Pack Platelets in Agra
आगरालीक्स(09th September 2021 Agra News)… आगरा में जंबो पैक प्लेटलेट्स की भारी कमी है. डेंगू के मरीजों की जान बचाना मुश्किल हो रहा है. एबी नेगेटिव समेत नेगेटिव ब्ल्ड ग्रुप नहीं मिल रहे.
हर दिन 100 से अधिक जंबो पैक प्लेट्लेटस की आवश्यकता
डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। एसएन मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल और निजी अस्पतालों में डेंगू और वायरल बुखार के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। आगरा के अस्पतालों में मथुरा और फीरोजाबाद तक के मरीज भर्ती हैं। ऐसे में इनके लिए हर दिन 100 से 120 यूनिट जंबो पैक प्लेटलेट्स की आवश्यकता पड़ रही है। आगरा में डोनर न मिलने के कारण इस जरूरत को पूरा नहीं किया जा पा रहा है। चैरिेटेबल ब्लड बैंक भी रक्तदान और प्लेटलेटस देने की अपील कर रही हैं।
रोटरी क्लब लगाएगा मेगा कैंप
रोटरी क्लब आॅफ आगरा के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने बताया कि डेंगू महामारी से पीड़ित गरीब और जरूरतमंद रोगियों की मदद के लिए हर दिन कम से कम 25 से 30 यूनिट प्लेटलेटस की आवश्यकता होती है। आवश्यकता को पूरा करने के लिए रोटरी क्लब आफ आगरा एसएन मेडिकल कॉलेज में मेगा ब्लड और प्लेटलेट्स कैंप लगाने जा रहा है। यह कैंप 11 से 15 सितंबर तक लगाया जाएगा। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों से रक्तदान और प्लेटलेट्स देने में सहयोग करने की अपील की है।
इस नंबर पर कर सकते हैं संपर्क
रोटरी क्लब आॅफ आगरा के अध्यक्ष आशीष अग्रवाल ने बताया कि अधिक जानकारी के लिए और अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए आप 91053 68831 पर ब्लड ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग के डॉ. यतेंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
पहले बुखार फिर कम हो रहीं प्लेटलेट्स
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. शोभित सक्सेना ने बताया कि डेंगू, मलेरिया बुखार में प्लेटलेट्स कम होती हैं। अगर बुखार रहते प्लेटलेट्स कम हो रही हैं साथ में ब्लड प्रेशर और आॅक्सीजन का स्तर कम हो रहा है तो यह चिंता का विषय है। ऐसे में मरीज को तत्काल ही डॉक्टर से परामर्श लें और अस्पताल में भर्ती हो जाएं। उन्होंने बताया कि बुखार ठीक होने पर अगर प्लेटलेट्स कम होती हैं तो इसमें ज्यादा खतरा नहीं है। तब दवाओं के सहारे इसे बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा मरीज के गुर्दे पर भी असर हो रहा है।
नेगेटिव ब्लड ग्रुप की कमी
लोकहितम चैरिटेबल ब्लड बैंक के निदेशक अखिलेश अग्रवाल ने बताया कि ब्ल्ड बैंकों में रक्त और रक्त अवयव की भारी कमी है। नेगेटिव ब्लड ग्रुप के तो डोनर कम ही मिलते हैं। इस वक्त सबसे ज्यादा डिमांड एबी नेगेटिव की है। फिर ए नेगेटिव, ओ नेगेटिव और बी नेगेटिव की है। उन्होंने लोगों से रक्तदान करने की अपील की है।