आगरालीक्स.. आगरा को प्लास्टिक, पॉलीथिन, सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री बनाने की कवायद हुई तेज। ये निकाला तरीका। ( Agra May be Plastic & Single Use polythene)
सभी संगठनों से अपील की गई कि वह अपने संगठन के प्रतिष्ठानों में प्लास्टिक के प्रयोग पर रोक लगायें, साथ ही साथ प्लास्टिक के दुष्प्रभावों से आमजन को जागरूक करें, जिससे जनपद को पॉलिथीन एवं सिंगल यूज प्लास्टिक फ्री बनाने की दिशा में एक कदम आगे बढ़ा सकें। इस अभियान को सिर्फ अभियान न रहने दिया जाए, बल्कि इसे धरातल पर भी अवतरित किया जाए और अन्य संगठनों को भी इस अभियान से जोड़ने में अपना योगदान दें। उन्होंने उपस्थित सभी व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों से यह भी अपेक्षा व्यक्त की कि वह अपने उत्पाद की पैकिंग हेतु प्लास्टिक के अलावा अन्य सामग्री यथा कपड़ा, कागज आदि का प्रयोग करते हुए एक उदाहरण प्रस्तुत करें, जिससे अन्य संगठन भी प्रेरित होकर अपने उत्पाद की पैकिंग के लिए अन्य संसाधनों का प्रयोग करें।
सिंगल यूज प्लास्टिक व पॉलिथीन के दुष्प्रभावों पर चर्चा में बताया गया कि सिंगल यूज़ वाली प्लास्टिक वस्तुएं कूड़े और प्रदूषण का कारण बनती हैं क्योंकि इनमें से अधिकांश का ठीक से पुनर्चक्रण नहीं किया जाता है। वे नालियों को अवरुद्ध करते हैं, मिट्टी को प्रदूषित करते हैं और जल निकायों में प्रवेश कर इन्हें भी दूषित करते हैं। सिंगल यूज़ प्लास्टिक के उत्पादन और दहन से ग्रीनहाउस गैसें निकलती हैं, जो ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन में योगदान करती हैं। पीने के पानी, भोजन, मिट्टी और मानव ऊतकों में प्लास्टिक के कण पाए गए हैं।हालाँकि माइक्रोप्लास्टिक के स्वास्थ्य प्रभावों का अभी भी अध्ययन किया जा रहा है लेकिन यह एक बढ़ती चिंता का विषय है। चूंकि प्लास्टिक आसानी से बायोडिग्रेड नहीं होते हैं, इसलिए सिंगल यूज़ वाली वस्तुओं से कूड़ा-कचरा सैकड़ों वर्षों तक बना रहता है, जो समय के साथ जमा होता रहता है, जिसके घटक पर्यावरणीय परिणाम हैं।