आगरालीक्स…आगरा में जूता बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले चमड़े की कतरन से बना दी 155 मीटर लंबी चटाई. इस दिन इस खास चटाई को किया जाएगा प्रदर्शित. पढ़ें पूरी खबर
आगरा में हर रोज 40 टन चमड़े की कतरन निकलती है. जूता बनाने के लिए इस्तेमाल होने वाले चमड़े की इस कतरन को फेंक दिया जाता था जो कि अक्सर नाले में जाकर फंस जाती थीं और इससे नाले चोक हो जाते थे, लेकिन नगर निगम आगरा ने अब इस चमड़े की कतरन का सदुपयोग किया है. नगर निगम की ओर से चमड़े की कतरन से 155 मीटर लंबी खास चटाई बनाई गई है.
गांधीजी की 155वीं जयंती पर इस 155 मीटर लंबी चटाई को प्रदर्शित किया जाएगा. इस चटाई को 12 सवयं सहायता समूहों की 60 महिलाएं तैयार कर रही हैं. इस संबंध में अपर नगर आयुक्त का कहना है कि शहर में जूतना बनाने के लिए छोटे बड़े सात हजार कारखाने हैं. इनमें से 40 टन कतरन निकलती है. नगर निगम इनहें एकत्रित कर रहा है ताकि इन्हें नालों में फेंकने से रोका जा सके. इन कतरों का इस्तेमाल करने के लिए डूडा की मदद से 12 स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को चटाई बनाने के काम में लगाया गया है. 60 महिलाएं अलग—अलग हिस्सों में चटाई तैयार कर रही है.