आगरालीक्स…आगरा के डीईआई में हुआ सिनर्जिस्टिक ट्रेनिंग प्रोग्राम यूटीलाइजिंग दी साइंटिफिक एंट टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर ट्रेनिंग प्रोग्राम. आईआईटी गांधीनगर के साथ किया सफलतापूर्वक आयोजन
रसायन विज्ञान विभाग, विज्ञान संकाय, डीईआई, आगरा, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान गांधीनगर के सहयोग से “सिनर्जिस्टिक ट्रेनिंग प्रोग्राम यूटीलाइज़िंग दी साइंटिफिक एंड टेक्नोलॉजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर (STUTI) प्रशिक्षण कार्यक्रम, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार की योजना के तहत उन्नत विश्लेषणात्मक तकनीकों पर 24-30 सितंबर, 2022 को प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर रहा है। यह कार्यक्रम आज सुबह 10:30 बजे शुरू हुआ जिसमें देश भर के विभिन्न शिक्षण संस्थानों के तीस प्रतिभागी भाग ले रहे हैं। इसकी शुरुआत संस्थान प्रार्थना से हुई और इसके बाद डीईआई के रसायन विज्ञान विभाग के प्रमुख, प्रोफेसर रोहित श्रीवास्तव, ने स्वागत भाषण दिया।
इसके बाद विभाग में उपलब्ध विभिन्न अनुसंधान सुविधाओं और उपकरणों और छात्रों और संकाय की महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर प्रकाश डालने वाली एक विभागीय फिल्म दिखाई गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि प्रोफेसर अजय तनेजा, प्रो-वाइस चांसलर, डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय, आगरा ने युवा अनुसंधानकर्ताओं के लाभ के लिए देश में ऐसे और प्रशिक्षण कार्यक्रमों की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि वर्तमान समय में विषयों के बीच की सीमाएं भंग हो गई हैं और अधिकांश कार्य अंतःविषय लाइनों पर है, जिसे हम सभी को अपनाना चाहिए। उद्घाटन सत्र में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित डीईआई के इंजीनियरिंग संकाय के डीन प्रोफेसर ए के सक्सेना ने बुनियादी विज्ञान और इंजीनियरिंग विषयों के बीच मजबूत अंतर्संबंध का उल्लेख किया। उन्होंने प्रतिभागियों को स्वीडन विश्वविद्यालय, नॉर्वे विश्वविद्यालय और आईआईटी रुड़की जैसे विभिन्न अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संस्थानों के साथ डीईआई के मौजूदा सहयोग के बारे में सूचित किया और उन्हें डीईआई के साथ संयुक्त परियोजनाओं पर काम करने के लिए आमंत्रित किया।
उद्घाटन सत्र का समापन डॉ. अनुपम श्रीवास्तव द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत कर किया गया। तकनीकी सत्र में डॉ. अपर्णा सत्संगी और प्रोफेसर अनीता लखानी ने वार्ता की। डॉ. अपर्णा सत्संगी की वार्ता “आयन एक्सचेंज क्रोमैटोग्राफी: सिद्धांत और अनुप्रयोग” पर थी। प्रोफेसर अनीता लखानी ने “संख्याओं से संबंधित मात्रात्मक विश्लेषण” पर एक भाषण दिया। दोपहर के भोजन के बाद प्रयोगशाला सत्र में, प्रतिभागियों को आयन क्रोमैटोग्राफ पर प्रदर्शन और व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया गया। इस कार्यक्रम के संयोजक, समन्वयक एवं सह समन्वयक क्रमश: प्रो. रोहित श्रीवास्तव, प्रो. अनीता लखानी एवं डॉ. रंजीत कुमार हैं। प्रो.राधिका सिंह, डॉ. सुधीर वर्मा, डॉ मंजू श्रीवास्तव, डॉ. नजिआ सिद्द्की का विशेष योगदान रहा । रसायन विज्ञान विभाग के पीएचडी और एमएससी छात्र, सुश्री आरती भटनागर, सुश्री भानुप्रिया, सुश्री गुंजन गोस्वामी, सुश्री ज्योति कुशवाहा, सुश्री कीर्ति सिंह, सुश्री नीलम बघेल, सुश्री रुनझुन दत्ता और सुश्री सूरत दीवान ने सभी सत्रों के आयोजन में सक्रिय रूप से भाग लिया।