Agra News: Action on medical store for selling used injections in Agra, ban on purchase and sale of medicines…#agranews
आगरालीक्स…आगरा में 4 हजार का इंजेक्शन यूज करने के बाद पानी और पाउडर भरकर आईसीयू में भर्ती मरीज के लिए बेचा गया. मेडिकल स्टोर पर सख्त एक्शन. दवाओं की खरीद—फरोख्त पर लगाई रोक, जानिए क्या है मामला
फिरोजाबाद के रहने वाले दुर्गेश अग्रवाल ने अपने पिता 80 साल के सुरेश चंद्र अग्रवाल को बेचैनी और घबराहट होने पर रश्मि मेडिकेयर, मुगल रोड पर भर्ती कराया। उन्हें आईसीयू में भर्ती कर लिया गया। आरोप है कि गुरुवार यानी आठ दिसंबर को उनसे दवा मंगाई गई, इसमें एक इंजेक्शन भी था। हॉस्पिटल परिसर में ही नेशनल मेडिकल स्टोर है। उन्होंने नेशनल मेडिकल स्टोर से दवाएं खरीदी और आईसीयू में दे दी। आईसीयू में तैनात कर्मचारियों ने बताया कि एक इंजेक्शन जिस पर एमआरपी चार हजार रुपये है वह पहले इस्तेमाल हो चुका है, उसकी सील तोड़कर पाउडर में पानी मिलाया गया है।
परिजनों ने किया हंगामा
इंजेक्शन इस्तेमाल होने की जानकारी होने पर तीमारदार भड़क गए, उन्होंने मेडिकल स्टोर पर हंगामा किया। आरोप है कि पहले कर्मचारी अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हुए बाद में कहा कि किसी मरीज के तीमारदार वापस कर गए होंगे या कंपनी से ही गड़बड़ी हुई है। हंगामा बढ़ने पर दूसरा इंजेक्शन दे दिया।
इस मामले में पीड़ित ने फोन पर सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय से भी शिकायत की, उन्होंने औषधि निरीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं। औषधि निरीक्षक अतुल उपाध्याय का कहना है कि मेडिकल स्टोर पर जांच की गई है। फिलहाल मेडिकल स्टोर से दवाओं की खरीद बिक्री पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। स्टोर संचालक से इंजेक्शन का पूरा ब्योरा मांगा गया है, तब तक यह रोक लगी रहेगी।
ये है कहना
इस मामले में पीड़ित ने फोन पर सहायक औषधि आयुक्त अतुल उपाध्याय से भी शिकायत की, उन्होंने औषधि निरीक्षक को जांच के आदेश दिए हैं।
हॉस्पिटल के संचालक डॉ. शुभम सिंघल का मीडिया से कहना है कि मेडिकल स्टोर किराए पर है, हॉस्पिटल का नहीं है।
नेशनल मेडिकल स्टोर के संचालक का मीडिया से कहना है कि कंपनी के स्तर से ही गड़बड़ी हुई है। पता चलते ही इंजेक्शन बदल दिया गया था।