Agra News: Agra Civil Terminal got environment clearance. Now Bhoomi Pujan will happen soon…#agranews
आगरालीक्स…आगरा सिविल टर्निमल को मिला एनवायरमेंट क्लियरेंस. अब जल्द होगा भूमि पूजन. सारी बाधाएं हुई दूर….इन शहरों के लिए भी जल्द मिलेगी फ्लाइट
आगरा के खेरिया में स्थित एयरपोर्ट प्राथमिक रूप से भारतीय वायु सेना के उपयोग के लिए बनाया गया था। यहाँ से 1960 के दशक में नागरिक उड्डयन सेवाओं को आंशिक रूप से शुरू किया गया । आगरा पर्यटन एवं व्यापार की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण शहर है, भारत में आने वाले पर्यटक निश्चित रूप से आगरा आने की इच्छा रखते हैं परन्तु आगरा में देश-विदेश से सीधी हवाई कनेक्टिविटी नहीं होने से कई पर्यटक नहीं आ पाते हैं। इसके बावजूद, तत्कालीन सरकारों द्वारा आगरा के एयरपोर्ट को विकसित करने के कुछ खास प्रयास नहीं किए गए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही उड़ान योजना के अंतर्गत आगरा से संचालित हवाई सेवाओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। अक्टूबर, 2021 में आगरा से लखनऊ के लिए और नवंबर, 2023 में जयपुर के लिए हवाई सेवा शुरू की गई। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एस.पी. सिंह बघेल, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया एवं विभिन्न हवाई कंपनियों के निरंतर संपर्क में रहे, जिससे आज आगरा से जयपुर, लखनऊ, अहमदाबाद के लिए प्रतिदिन, मुंबई के लिए सप्ताह में तीन दिन और बंगलुरू के लिए सप्ताह में चार दिन हवाई सेवाएं उपलब्ध है। इसके अलावा आगरा से कोलकाता, वाराणसी, गोवा आदि गंतव्यों के लिए हवाई सेवाएं शुरू कराने के लिए प्रयास जारी है।
नई हवाई सेवाएं सुचारू रूप से चालू करने के लिए एयरपोर्ट का विकास अनिवार्य है। आगरा एयरपोर्ट भारतीय वायुसेना के अधीन होने के कारण इस हवाई अड्डे में यात्रियों की आवाजाही को लेकर कुछ परेशानियां जरूर हो रही हैं, जिन्हें दूर करने हेतु विगत 5 वर्षों से नया Civil Enclave के निर्माण की कोशिश जारी है। इस संबंध में प्रो. एसपी सिंह बघेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य एम. सिंधिया एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को पत्र लिखकर एवं मुलाकात कर आगरा एयरपोर्ट में Civil Enclave के निर्माण की मांग की जाती रही थी। फलस्वरूप उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस महीने की शुरूआत में 92.5 एकड़ जमीन एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को हस्तारित कर दी गई है। राज्य सरकार द्वारा 90% भूमि भी अधिग्रहित की जा चुकी है। राज्य सरकार द्वारा 51.5 एकड़ जमीन पहले से ही उपलब्ध कराई गई थी और वर्तमान में इस भूमि पर वायुसेना के विभिन्न उपकरणों को स्थानांतरित करने का प्रस्ताव भारतीय वायुसेना मुख्यालय में लंबित है।
इस बारे में एयरपोर्टअथॉरिटी ऑफ इंडिया और वायुसेना मुख्यालय के बीच 6 दिसंबर, 2023 को एक बैठक भी हुई है। आगरा में स्थित प्राचीन स्मारकों जैसे: ताजमहल, आगरा फोर्ट आदि को बचाने हेतु माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर पर्यावरण मंत्रालय द्वारा लगाई गई पाबंदियों के कारण नए सिविल एनक्लेव के निर्माण में बाधाएं उत्पन्न हो रही थीं। दिनांक 16 दिसंबर, 2023 के अपने पत्र द्वारा माननीय पर्यावरण मंत्री श्री भूपेंद्र यादव जी ने नए सिविल एनक्लेव के निर्माण हेतु माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री प्रो. एस. पी. सिंह बघेल को अवगत कराया कि नए सिविल एनक्लेव के निर्माण हेतु एनवायरनमेंटल क्लियरेंस दे दी गई है।एनवायरनमेंटल क्लियरेंस मिलने के बाद सिविल एनक्लेव के निर्माण में आने वाली वैधानिक बाधाएं समाप्त हो गई है और टेंडर की प्रक्रिया भी शीघ्र ही शुरू हो जाएगी। एनवायरनमेंटल क्लियरेंस की प्रति माननीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री को अग्रेषित की है। यह आगरा के सम्माननीय नागरिकों के लिए एक उपहार है। लगभग 579 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाले प्रस्तावित नए सिविल एनक्लेव के निर्माण के बाद आगरा एयरपोर्ट अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के स्तर का हो जाएगा और यात्रियों को बेहतर हवाई सेवाएं भी उपलब्ध होगी, जिससे पर्यटन एवं विभिन्न उद्योगों में भी एक नई ऊर्जा आएगी।