आगरालीक्स...शिव पूजा से दूर होता अकाल मृत्यु का भय. आगरा के बल्केश्वरनाथ मंदिर में अरविंद जी महाराज ने किया भगवान शिव के पावन प्रसंगों का वर्णन
बल्केश्वरनाथ महादेव मंदिर परिसर में श्री शिव महापुराण कथा के पंचम दिवस पर राष्ट्रीय संत अरविंद जी महाराज ने शिव आराधना, जालंधर, वाणासुर, गजासुर आदि राक्षसों का प्रसंग सुनाया। कथा वाचक कहते है कि भगवान शिव सभी देवों के आराध्य देव हैं। भगवान शिव की पूजा करने से मनुष्य को अकाल मृत्यु का भय नहीं होता। शिव कथा हमारे जीवन में मंगल करने वाली है। शिव ज्ञान के दाता हैं। भगवान शिव जब कृपा करते हैं, तब ही हम शिवत्व का अंश मात्र समझ पाते हैं। जब तक महादेव की कृपा नहीं होती, तब तक हम धर्म, भक्ति की ओर जा नहीं सकते। बाबा भोलेनाथ की चौखट पर जाने पर ही सुख, शांति की प्राप्ति होती है।
कथा प्रसंग सुनाते हुए उन्होंने कहा कि जब जालंधर नामक राक्षस ने चारों ओर आतंक फैला दिया तब सभी देवताओं ने भगवान शंकर की आराधना की, तब भगवान शंकर खुद जालंधर नाम के राक्षस से युद्घ करने के लिए पहुंचे। भगवान शंकर और जालंधर का युद्घ हुआ मगर वे भी राक्षस को नहीं हरा पाए। भगवान विष्णु ने ध्यान लगा कर देखा कि राक्षस की धर्मपत्नी वृंदा उसकी मूल शक्ति थी। वृंदा एक पतिव्रता नारी थी। भगवान विष्णु ने धोखे से जालंधर का रूप धारण कर जालंधर की पत्नी वृंदा का पतिव्रता धर्म भंग कर दिया। इससे राक्षस की शक्ति कम हो गई और भगवान शंकर ने उसका वध कर दिया, उसी क्रम में भगवान भोले नाथ ने अपनी शक्ति के माध्यम से वाणासुर ओर गजासुर का भी उद्धार किया व्यास जी ने बताया भगवान शिव को इन पावन चरित्रों को जो श्रवण करता है इस कलिकाल में सदाशिव उसका समस्त पाप नष्ट कर देते हैं। और भगवान शिव की कृपा प्राप्त हो जाती है।