Agra News: Bapu Chinmayanand said – Govardhan Puja gives the message of environment…#agranews
आगरालीक्स…श्रीमद्भागवत कथा में हुआ गोवर्धन लीला का वर्णन. बापू चिन्मयानंद बोले— पर्यावरण का संदेश देती है गोवर्धन पूजा
विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट आगरा इकाई/द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन आज पीएस गार्डन ग्वालियर रोड रोहता पर पूज्य बापूजी चिन्मयानंद महाराज जी के श्रीमुख से भगवान कृष्ण के द्वारा अनेकों राक्षस व राक्षसियों का वध किया का सुंदर चित्रण किया गया. लोगों ने भाव विभोर होकर गोवर्धन लीला का आनंद लिया. पूज्य चिन्मयानंद जी ने कहा कि प्रेम एकत्व का नाम है, पात्र को दिया गया ज्ञान तथा दान व्यर्थ जाते हैं. आदमी कितना बेवकूफ है क्या युवावस्था में ध्यान अथवा भगवान को अपने आप को अर्पित नहीं करता. जब शरीर रूपी फूल मुरझाने लगता है तब करने का क्या फायदा.
पूज्य बापूजी ने बताया कि नंद बाबा के घर जब कृष्ण जी का जन्म हुआ तो चारों ओर से बधाइयां आने लगी, और अनेक साधु संत नंदमहल के बाहर एकत्रित होने लगे. आज नंद बाबा ने सबके लिए खजाने के द्वार खोल दिए हैं, आज नंद बाबा महामना हो गए हैं. नंद बाबा ने सुंदर-सुंदर 2लाख गायों का दान किया. नंद बाबा ने जी भर कर के सबको उपहार दिए. अब नामकरण की जब बारी आई तू नंद बाबा ने देखा कि महर्षि गर्गाचार्य नंद बाबा के महल के बाहर खड़े हैं. नंद बाबा बड़े आदर से उनको अंदर ले गए स्वागत किया. अब नामकरण के लिए गौशाला में आने को कहा कंस के डर के कारण नामकरण गौशाला के अंदर किए गए कृष्ण का नामकरण कृष्ण हुआ. सुंदर भजन पर नृत्य करते हुए देखा अजब नजारा तेरे दरबार में कन्हैया मीरा हुई दीवानी तेरे प्यार में कन्हैया दुनिया हुई दीवानी तेरे प्यार में कन्हैया…….
पूज्य राष्ट्रीय संत श्री चिन्मयानंद जी महाराज ने बताया कि कृष्ण के 6 वर्ष के होने पर गोपाष्टमी के दिन माता यशोदा ने उनको गाय चराने जाने की अनुमति दी. इंद्र के क्रुध्द होने पर मात्र 7 वर्ष की अवस्था में कन्हैया ने गोवर्धन लीला की और पूरे ब्रज को डूबने से बचाया. पूज्य बापूजी के स्वागत में विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के राकेश बंसल, तीरथ कुशवाहा ने मुख्य अतिथि के रूप में माल्यार्पण किया तथा भागवत जी का पूजन किया.
मैनेजिंग ट्रस्टी मुरारीलाल गोयल ने कहा कि कल कथा के छंटवे दिन भगवान श्री कृष्ण का विवाह माता रुक्मिणी से होगा, सभी माताएं बहिनें व बंधु उत्सव का आनंद लें, कथा प्रतिदिन दोपहर 1 बजे से प्रारंभ होगी.