आगरालीक्स…होली पर नकारात्मक प्रभाव, टोने-टोटके से बचाव को कुछ इस तरह बरतें सावधानी। खुशहाली लाने के भी जानें कुछ उपाय..
होली पर रखनी होती है सजगता
श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान एवं गुरु भंडार वाले ज्योतिषाचार्य पंडित हृदय रंजन शर्मा के मुताबिक होली पर नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए। जानिये उनके बारे में
होली पर इन उपायों का करें प्रयोग
-होलिका का पूजन कर पान, फल, मिष्ठान्न चढ़ाएं तथा दूसरे दिन कुछ चुटकी भस्म लेकर धारण करें तथा पूजन करें, तांत्रिक प्रयोगों से रक्षा होगी।
-खड़ा नमक, मिर्च, राई लेकर ऊपर से उतारकर होली में डाल दें। किसी व्यक्ति से बचाव के लिए उस व्यक्ति का नाम लेकर डालें।
-अशुभ ग्रहों के निवारण के लिए होली की भस्म शरीर पर लगाकर स्नान करें।
-होलिका दहन के दौरान गेहूं की बाली सेंककर घर में रखने से धनधान्य में वृद्धि होती है।
होली की भस्म को शरीर पर भी लगाएं
-होलिका दहन के बाद जो राख निकलती है। उस भस्म को शरीर पर लगाना चाहिए। ऐसी मान्यता है कि जली हुई होली की गर्म राख घर में समृद्धि लाती है। साथ ही परिवार में शांति व आपसी प्रेम बढ़ता है।
-इस दिन आम मंजरी व चंदन को मिलाकर खाने की बड़ी महत्ता है।
भगवान विष्णु व श्री कृष्ण के दर्शन से शुभता
– होली के दिन जो लोग भगवान विष्णु या श्रीकृष्ण के दर्शन करते हैं वे बैकुंठगामी होते हैं। अगर उनकी प्रतिमा हिंडोले (झूला) में झूलते हुए है तो वर्ष भर यह दर्शन शुभता लाते हैं!
व्यापार में लाभ के लिए यह करें
-होली के दिन व्यापार में लाभ के लिए दिन में गुलाल के एक खुले पैकेट में एक मोती शंख और चांदी का एक सिक्का रखकर उसे नए लाल कपड़े में लाल मौली से बांधकर तिजोरी में रखें, इससे आपके व्यापार व्यवसाय में बहूत लाभी होगा।
हनुमान जी इस तरह से करें पूजा-अर्चना
होली के दिन मनचाहे वरदान के लिए हनुमान जी को पांच लाल पुष्प के साथ लाल गुलाल चढ़ाएं, आपकी मनोकामना शीघ्र पूरी होगी।
मनोकामना पूर्ण करने के लिए
होली के दिन आप सुबह बेलपत्र पर सफेद चंदन लगाकर अपनी आपके मन में जो कामना है जो चीज आप चाहते हैं बोलते हुए शिवलिंग पर सच्चे मन से अर्पित करें। और किसी मंदिर में शंकर जी को पंचमेवा की खीर चढ़ाएं, मनोकामना पूरी होगी।
नकारात्मकता से बचने को यह करें
-होली के दिन प्रात:काल हींग के पानी से कुल्ला मुख शोधन करना चाहिए।
-प्रात:काल उठते ही किसी अन्य व्यक्ति द्वारा दी गई वस्तु नहीं खानी चाहिए। जो व्यक्ति आपसे मन ही मन विद्वेष भाव रखता हो, उसके द्वारा दी गई वस्तु को नहीं रखना, उसके द्वारा दी गई वस्तु का सेवन करने से बचना चाहिए।
-सिर पर साफा, टोपी आदि पहननी चाहिए। ऐसा करने से सिर पर चावल आदि तांत्रिक वस्तुएँ फेंकने के प्रयोगों से रक्षा होती है।
-यदि व्यक्ति आपका पहना हुआ वस्त्र, रूमाल आदि मांगे अथवा अन्य किसी युक्ति से ले जाना चाहे, तो उसे ऐसा करने से रोकना चाहिए, क्योंकि अनेक तांत्रिक प्रयोगों में पहने हुए वस्त्र, रुमाल आदि की आवश्यकता होती है तथा उनका प्रयोग होने पर संबंधित व्यक्ति प्रभावित हो जाता है।
-होली के दिन दूसरे व्यक्ति विरोधी के द्वारा दिया गया दान, इलायची, लौंग आदि का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इस दिन तांत्रिक क्रियाएँ शीघ्र प्रभावी होती हैं। -गर्भवती महिलाएं भी इस खास सावधानी बरतें। गर्भस्थ शिशुओं और छोटे बच्चों पर तंत्र-मंत्र का असर जल्दी होता है।