आगरालीक्स .. आगरा के बिजलीघर चौराहे पर गगनभेदी चिमनी देखी होगी, यह ब्रिटिश काल में बेस्ट मार्टिन बर्न कंपनी द्वारा बनाया गया बिजलीघर था, इसके भोंपू पूरे शहर में सुनाई देते थे, इसे ध्वस्त किया जाएगा। इस जगह आगरा मेट्रो स्स्टेशन बनेगा, कैबिनेट ने इसकी अनुमति दे दी है।

आगरा मेट्रो के पहले कॉरीडोर में ताजमहल पूर्वी गेट से सिकंदरा तक ट्रैक बिछाने के साथ ही मेट्रो स्टेशन बन रहे हैं। जामा मस्जिद मेट्रो स्टेशन के लिए भीड़ वाले क्षेत्र में जमीन नहीं मिली, इसके बाद बिजलीघर चौराहे पर स्थित पुराने बिजलीघर की जमीन पर मेट्रो स्टेशन बनाने का प्रस्ताव शासन को भेजा गया। यूपी कैबिनेट की बैठक में पुराने बिजलीघर की जमीन आगरा मेट्रो को हस्तांतरित करने की अनुमति दे दी गई।
आगरा मेट्रो के लिए चाहिए चार एकड़ जमीन
आगरा मेट्रो स्टेशन के लिए चार एकड़ जमीन चाहिए, इसकी प्रक्रिया चल रही है। कुछ जमीन स्थायी रूप से दी जाएगी तो कुछ जमीन का अस्थायी रूप से अधिग्रहण किया जाएगा। जिससे पहले और दूसरे कॉरिडोर में मेट्रो स्टेशन बनाने में समस्या न आए।
1933 में शुरू हुआ बिजलीघर
आगरा में हरिद्वार और अलीगढ़ के हरिदुआगंज पावर हाउस से बिजली की आपूर्ति होती थी। अंग्रेज वायसराय लार्ड कर्जन ने आगरा में पावर हाउस बनाने का प्रस्ताव रखा, इस प्रस्ताव पर कोलकाता की बेस्ट मार्टिन बर्न कंपनी ने आगरा में 1933 में बिजलीघर बनाया। इसके बाद से चौराहे का नाम भी बिजलीघर पड़ गया पहले बिजलीघर चौराहे का नाम त्रिपोलिया चौक हुआ करता था।
बिजलीघर का इतिहास
बेस्ट मार्टिन बर्न कंपनी ने 1933 में बिजलीघर स्थापित किया
आगरा इलेक्ट्रिक सप्लाई कंपनी ने 18 फरवरी 1973 को बिजलीघर को टेकओवर कर लिया
बिजलीघर में बिजली उत्पादन 1983 84 में पूरी तरह से बंद हो गया