आगरालीक्स…आगरा में हाउस टैक्स न जमा करने पर भगवान टाकीज स्थित गेस्ट हाउस और रेस्टोरेंट सीज. डर से तीन अन्य ने मौके पर ही जमा करा दिए 4.36 लाख रुपये
नगर आयुक्त अंकित खंडेलवाल ने के निर्देश के उपरांत बकायेदारों के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है। शनिवार को कार्रवाई करते हुए राजस्व विभाग की टीम ने भगवान टाकीज स्थित एक गेस्ट हाउस को सीज कर दिया जबकि कार्रवाई के डर से तीन अन्य लोगों ने मौके पर ही 4.36 लाख रुपया गृहकर के रुप में जमा कराया।
नगर आयुक्त प्रतिदिन टैक्स वसूली की समीक्षा कर रहे हैं। पचास हजार से अधिक के गृहकर बकायेदारों की संपत्तियों को सील और कुर्की की कार्रवाई के आदेश दिये गये हैं। सभी जोनल अधिकारियों और राजस्व निरीक्षकों को वसूली का लक्ष्य दे दिया गया है। लक्ष्य के अनुसार वसूली न करने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये गये हैं। इसी क्रम में राजस्व विभाग की टीमें दिनरात वसूली के काम में लगी हुई हैं।
शनिवार को हरीपर्वत जोन में जोनल अधिकारी अवधेश कुमार के नेतृत्व में की गयी कार्रवाई के दौरान तीन लोगों से गृहकर बकाये का 4,38,316 वसूल किया जबकि भगवान टाकीज के पास बालाजी के नाम से गेस्टहाउस और रेस्टोरेंट अमित कुमार की संपत्ति को सीज कर दिया गया। कई सालों से गृहकर जमा न करने के कारण इस पर 7.92 लाख रुपये बकाये रुप में चले आ रह थे। बकाया जमा कराये जाने के लिए उक्त भवन स्वामी को कई बार नगर निगम की ओर से नेटिस आदि भी जारी किये गये थे लेकिन इसकी ओर से कोई संज्ञान नहीं लिया गया।
कार्रवाई के डर से इन्होंने जमा कराया टैक्स
जोनल अधिकारी अवधेश कुमार, टैक्स सुपरीटेंडेंट अक्षय कुमार,राजस्व निरीक्षक किरन शर्मा,नितीन कर्णवाल और संदीप मौर्य की टीम जब कार्रवाई के भवन स्वामियों के यहां पहुंची तो उनमें हड़कंप मच गया। कार्रवाई से बचने के लिए बाईपास रोड स्थित खाटू श्याम फर्नीचर के स्वामी श्याम लाल ने 1.65 लाख, कमला नगर राजस्व निरीक्षक प्रदीप भास्कर ने 32ए-बी 508 की स्वामी ललिता अग्रवाल से 74 हजार, भगवान टाकीज आकाशदीप होटल के पास कोचिंग चलाने वाले राजीव कुमार ने 71316, कपड़ा मार्केट संजय पेैलेस के ब्लॉक सोलह की दुकान नंबर सत्रह के स्वामी छीतर मल ने 1,28,119 रुपया गृहकर के रुप में जमा कराया।
अपर नगर आयुक्त सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार बकायेदारों के खिलाफ वसूली की कार्रवाई जारी रहेगी। सभी बकायेदारों से अपील है कि वे सीलिंग और कुर्की की कार्रवाई से बचने के लिए समय से टैक्स जमा कराएं।