आगरालीक्स…आगरा में भगवान श्रीजगन्नाथ ने स्नान पूर्णिमा पर भक्तों को दिए गजानन स्वरूप में दिए दर्शन. महाभिषेक महोत्सव के रूप में मनाया प्राकटयोत्सव
शंखनाद के साथ पट खुलते ही गजानन के अलौकिक स्वरूप में बहन सुभ्रद्रा व भाई बलराम संग सिंहासन पर विराजे श्रीजगन्नाथ भगवान के दर्शन कर हर भक्त आनन्दित हो गया। आकाशीय हल्के नीले रंग के परिधानों से श्रंगारित भगवान मानों पूर्णिमा के दिन चंद्रमा समान धरती पर विराजमान थे। वर्ष में एक बार श्रीजगन्नाथ प्राकट्योत्सव के अवसर पर श्रीजगन्नाथ जी के गजानन स्वरूप में दर्शन पाकर हर भक्त धन्य था। कहीं हरे राम हरे कृष्ण… पर झूमते श्रद्धालू तो कहीं हाथों में हरिनाम की मेहंदी लगवाते भक्त। श्रीहरि के पट खुले तो दोनों हाथ ऊपर कर हरि बोल के जयकारों के साथ मानों हर भक्त ने खुद को प्रभु के चरणों में समर्पित कर दिया।

कमला नगर स्थित महाराजा अग्रसेन भवन में भगवान जगन्नाथ जी का प्राकट्योत्सव अन्तर्राष्ट्रीय श्रीकृष्ण भावनामृत संघ (इस्कॉन) द्वारा महाअभिषेक महोत्सव (स्नान यात्रा) के रूप में भक्तिभाव के साथ मनाया गया। भगवान का महाअभिषेक वृन्दावन के प्रभोदानन्द सरस्वती स्वामी महाराज व पंचतत्व प्रभु ने अभिषेक सम्पन्न कराया। इस अवसर पर आगरा इस्कॉन मंदिर के अध्यक्ष अरविन्द प्रभु भी मौजूद रहे। गंगा, यमुना, नर्मदा, शिप्रा व उड़ीसा की महानदी (मंचनदियों) के जल, पंजामृत व फलों के रस के 251 कलशों से भगवान का अभिषेक किया गया। अभिषेक के बाद भगवान का गजानन स्वरूप में श्रंगार किया किया गया। संध्या काल में सासंकृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें गनन्नाथ अष्टगम पर अधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। भक्तों द्वारा तैयार 56 भोग भी लगाए गए।
इस अवसर पर मुख्य रूप से शैलेन्द्र अग्रवाल, कांता प्रसाद अग्रवाल, राहुल बंसल, गौरव बंसल, अशु मित्तल, अखिल बंसल, सुशील अग्रवाल, केशव अग्रवाल, विकास बंसल लड्डू, अमित बंसल, विमल नयन फतेहपुरिया, नवीन सिंगल, ओमप्रकाश अग्रवाल, विपिन बंसल, अखिल मोहन मित्तल, राजीव जयसवाल मण्डलायुक्त रितु माहेश्वरी, जीएटी कमिश्नर निहारिका, प्राची चौधरी, प्रतिमा किशोर आदि उपस्थित थीं।
मृदंग और मंजीरों संग महोत्सव स्थल पर पहुंचे श्रीहरि
आगरा। महाअभिषेक से पूर्व दोपहर 12.30 बजे श्रीहरि को मंदिर से मृदंग व मंजीरों संग कीर्तन के साथ अभिषेक स्थल महाराजा अग्रसेन सेवा सदन, कमला नगर पर लाया गया। जहां अभिषेक से पूर्व मंगलाचरण व गीत गोविन्द का भी आयोजन हुआ। तुलसी जी से स्तवन किया। शोढषो उपचार में 16 प्रकार के उपचार कर वैदिक मंत्रोच्चारण से भगवान का अह्वान किया गया। अंत में वर्ष में एक बार आयोजित होने वाली गजानन स्वरूप की महाआरती की गई।
जगन्नाथ जी 18 जून तक ग्रहण नहीं करेंगे चावल, रोटी का भोग
आगरा। महाअभिषेक महोत्सव के बाद से 5 जुलाई तक श्रीहरि का चावल, रोटी का भोग नहीं लगेगा। मान्यता के अनुसार बीमार पड़े श्रीहरि को इन दिनों चव्नप्राश, काड़ा व अन्य औषधियां दी जाएंगी। भगवान जगन्नाथ 5 जुलाई तक भक्तों को भी दर्शन नहीं देंगे। स्वास्थ ठीक होने के बाद 6 जुलाई को नयम उत्सव में श्रीहरि बहन सुभद्रा व भाई बलराम के साथ भक्तों को दर्शन देंगे। 7 जुलाई को बल्केश्वर स्थित महादेव मंदिर से रथयात्रा का आयोजन होगा।
श्रीहरि के नाम की मेहंदी भी लगाई
आगरा। महाअभिषेक महोत्सव में भक्तों ने श्रीहरि के नाम की मेहंदी भी लगाई। माथे पर चंदन लगाकर सभी भक्तों का स्वागत किया गया। बच्चों व भक्तों के लिए श्रीहरि, सुभद्रा व बलराम के विग्रह स्वरूपों संग अभिषेक की व्यवस्था की गई। सभी भक्तजन गोपी ड्रेस व धोती कुर्ता पहनकर भगवान के गजानन स्वरूप के दर्शन करने पहुंचे। जिसे श्रुति बंसल व अर्चना कुकरेजा ने सम्पन्न कराया।