आगरालीक्स…आगरा की सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे. जहां भी काम हुआ वो बहुत घटिया…कैबिनेट मंत्री के सामने विधायकों ने खुद खोली पोल, जानें कौन सी रोड सबसे खराब
आगरा की सड़कों में गड्ढे ही गड्ढे हैं. सभी सड़कों की हालत बदहाल स्थिति में है. जहां भी काम हुआ है वो काफी घटिया और गुणवत्ताहीन है. गड्ढा मुक्ति अभियान का कार्य आगरा में पूरा नहीं हो सका है. ये कहना है आगरा के जनप्रतिनिधियों का, जिन्होंने खुद कैबिनेट मंत्री के सामने सड़कों की स्थिति की पोल खोली है. शुक्रवार को कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद आगरा आए और उन्होंने प्रस्तावित कार्य योजनाओं, निर्माणधीन कार्यों तथा गड्ढा मुक्ति अभियान की समीक्षा सर्किट हाउस में की. बैठक में कैबिनेट मंत्री जतिन प्रसाद ने गड्ढा मुक्ति अभियान की समीक्षा की तथा बताया कि गड्ढा मुक्ति हेतु कार्य पूर्ण करने की सरकार द्वारा अब समय सीमा 30 नवम्बर तक कर दी गई है, लेकिन जनपद में अभी तक गड्ढा मुक्ति का कार्य पूर्ण नहीं हो सका है.
बैठक में मौजूद जन प्रतिनिधियों ने अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों की सड़कों को बहुत बुरी स्थिति में होना बताया तथा पेच वर्क का कार्य जहां भी हुआ है, वहां बहुत घटिया व गुणवत्ताहीन है. जनप्रतिनिधियों ने शिकायत की कि सड़कों के लिए बजट को आए एक वर्ष से ज्यादा हो गया लेकिन कार्य अभी कहीं 20 प्रतिशत तो कहीं 30 प्रतिशत ही हुआ है. गड्ढा मुक्ति के लिए सड़कों का चुनाव भी विभाग के अधिकारियों ने स्वयं मनमानापूर्ण किया है, इसमें जनप्रतिनिधियों की कोई राय, सुझाव भी नहीं लिया गया है न उन्हें किसी भी कार्य से अवगत कराया है. जनप्रतिनिधियों ने कहा कि लोकनिर्माण विभाग के अधिकारी, हमारा फोन तक नहीं उठाते.
इस पर कैबिनेट मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बैठक से पूर्व भी मुझे कई नागरिकों द्वारा शिकायतें मिली है, गड्ढा मुक्ति अभियान पूरी तरह से शिथिल, गुणवत्ताहीन तथा औपचारिक मात्र बनकर रह गया है. उन्होंने कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि सबकी जवाबदेही तय होगी और कोई बक्शा नहीं जायेगा. गड्ढा मुक्ति के लिये धन की कोई कमी नहीं है, लेकित अधिकारी उसका अभी तक उपयोग नहीं कर सके हैं. उन्होंने कहा कि विभाग ने सड़कों के लिये तीन प्रकार की व्यवस्था बनाई है, जिसमें पेंच वर्क, विशेष मरम्मत व नवीनीकरण शामिल है. मंत्री ने उपस्थित अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि अभी सुधार करने का समय है, गड्ढा मुक्ति हेतु तीन शिफ्ट में दिन-रात कार्य करके 30 नवम्बर तक लक्ष्य हासिल करना है. उन्होंने डीएम को निर्देशित करते हुए कहा कि इसकी गोपनीय जांच कराकर मुझे रिपोर्ट प्रेषित करें.
इन सड़कों पर काम करने के दिए निर्देश
बैठक में अटल आवासीय विद्यालय, कौरई, फिरोजाबाद, फतेहाबाद, सैंया मार्ग पर गेट का निर्माण व प्रकाश व्यवस्था, जाजउ से नहर कोठी मार्ग पर स्थित तालाब पर रिटेनिंग वाल, अवंतीबाई चौराहा से रोहता नहर तक 6-लेन चौड़ीकरण, जगनेर बसेड़ी से देवरी मार्ग का नवीनीकरण, वीरईपुल से लादूखेड़ा मार्ग, कागारौल से धनौली मार्ग, देवरी-इरादतनगर सड़क की समीक्षा की तथा कार्य पूर्ण कर प्रगति रिपोर्ट देने को निर्देशित किया। देवरी-इरादतनगर सड़क जिसकी लम्बाई 20 किमी है, के निर्माण में 14 जूनियर इंजीनियर एक साथ लगे होने पर लोनिवि के चीफ इंजीनियर को कड़ी फटकार लगाते हुए सड़क मार्ग में लगे इंजीनियरों की कटौती कर अन्य स्थानों पर कार्य पर लगाने को निर्देशित किया.
सेतु निगम के कार्यों की भी की समीक्षा
बैठक में सेतु निगम के कार्यों की भी समीक्षा की गई, जिसमें बताया गया कि जनपद में 06 सेतु निर्माणधीन हैं, इनमें एनएच-2 पर हीरालाल प्याऊ से पनवारी मार्ग पर आगरा-पलवल रेल सेक्शन के रेल संपार संख्या-507 पर 02 लेन उपरिगामी सेतु के निर्माण में परियोजना प्रबंधक विक्रम सिंह की शिथिलता व लापरवाही पाये जाने पर उनके विरूद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। बैठक में मंत्री ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि जगह-जगह से शिकायत मिल रही हैं, धन की कोई कमी न होने पर भी ससमय कार्य पूर्ण नहीं किये जा रहें हैं, गुणवत्ता का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है, अधिकारी जनप्रतिनिधियों से समन्वय कर गड्ढा मुक्ति अभियान को समय सीमा में गुणवत्तापूर्ण कार्य को पूर्ण करें अन्यथा कार्यवाही के लिये तैयार रहें.
ये रहे मौजूद
बैठक में डीएम नवनीत सिंह चहल, सीडीओ ए मनिकन्डन, राज्यसभा सदस्य हरिद्वार दुबे, विधायकगण डॉ जीएस धर्मेंश, चौधरी बाबूलाल, रानी पक्षालिका सिंह, भगवान सिंह कुशवाहा, एमएलसी विजय शिवहरे, जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. मंजू भदौरिया, भाजपा जिला अध्यक्ष गिर्राज कुशवाहा, नगर अध्यक्ष भानू महाजन, लोनिवि के चीफ अभियन्ता सहित अन्य विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे.