आगरालीक्स…आगरा में नगर निगम चुनाव हारने के बाद कई प्रत्याशी फिर से मतदान और मतगणना की मांग कर रहे हैं. राज्य निर्वाचन आयोग ने क्लियर किया अपना मामला
संयुक्त निर्वाचन आयुक्त एवं विभागाध्यक्ष सुधा वर्मा ने अवगत कराया है कि उत्तर प्रदेश के नगरीय निकाय निर्वाचन, 2023 के अन्तर्गत नगर निगमों के महापौरों एवं पार्षदों और नगर पालिका परिषदों / नगर पंचायतों के अध्यक्षों एवं सदस्यों के निर्वाचन सम्पन्न हो गए हैं और इनके निर्वाचन परिणाम भी घोषित हो गए हैं, तथापि निर्वाचन के सम्बन्ध में प्रत्याशियों द्वारा आयोग में पुनर्मतदान एवं पुनर्मतगणना कराए जाने हेतु प्रत्यावेदन प्राप्त हो रहे हैं।
उन्होंने बताया है कि उक्त के सम्बन्ध में आयोग द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि उपर्युक्त निर्वाचन के रिटर्निंग आफिसर (निर्वाचन अधिकारी) द्वारा ज्यों ही निर्वाचन परिणाम घोषित कर दिया जाता है, राज्य निर्वाचन आयोग, उ०प्र० का अधिकार क्षेत्र समाप्त हो जाता है अर्थात् निर्वाचन परिणाम घोषित होने के बाद राज्य निर्वाचन आयोग को उसमें हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है। रिटर्निंग आफिसर (निर्वाचन अधिकारी) द्वारा निर्वाचन परिणाम घोषित किए जाने के बाद सक्षम न्यायालय में निर्वाचन याचिका दायर की जा सकती है।
अतएव उपर्युक्त नगरीय निकायों के घोषित निर्वाचन परिणाम के विरुद्ध आयोग में प्रत्यावेदन देने की आवश्यकता नहीं है बल्कि यदि निर्वाचन परिणाम को चुनौती देना है तो सक्षम न्यायालय में ही निर्वाचन याचिका दायर कर अनुतोष प्राप्त किया जा सकता है।