आगरालीक्स…घरों और आफिसों में सीलन क्यों आती है, इसे कैसे ठीक किया जा सकता है. आगरा के आर्किटेक्ट्स ने राजमिस्त्रियों और ठेकेदारों को दी जानकारी. रोटरी क्लब और आगरा की अनोखी पहल
फरवरी का महीना रोटरी क्लब में व्यावसायिक सेवाओं को समर्पित रहता है। इसी कड़ी में रोटरी क्लब ऑफ आगरा ने नालंदा क्राउन में निर्माण स्थलों पर काम कर रहे राजमिस्त्रियों और अन्य निर्माण कार्य करने वालों के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में आगरा के वरिष्ठ आर्किटेक्ट सी.एस. गुप्ता, आर्किटेक्ट किरण गुप्ता और इंजीनियर प्रदीप मित्तल मौजूद रहे। उन्होंने निर्माण कार्य के दौरान अपनाई जाने वाली तकनीकों और सावधानियों पर चर्चा की, जिन्हें अक्सर नजरअंदाज कर दिया जाता है।
कार्यशाला में अधिकतर सवाल सीलन की समस्या को लेकर थे। इस पर आर्किटेक्ट सी.एस. गुप्ता ने बताया कि 200-500 साल पुराने निर्माणों में सीलन की समस्या नहीं होती थी। आज के समय में उन्नत संसाधन होने के बावजूद सीलन की समस्या आम हो गई है। इसका मुख्य कारण सही निर्माण सामग्री का न होना नहीं, बल्कि सही निर्माण तकनीकों का उपयोग न करना है। इंजीनियर प्रदीप मित्तल ने सीलन के समाधान और उसे रोकने के उपायों पर चर्चा की। आर्किटेक्ट किरण गुप्ता ने निर्माण स्थलों पर होने वाली दुर्घटनाओं और उनकी रोकथाम के तरीकों पर प्रकाश डाला। उन्होंने सभी को हेलमेट पहनने और ऊंचाई पर काम करते समय हार्नेस बेल्ट का उपयोग करने का आग्रह किया।
रोटरी क्लब की अध्यक्ष रोटेरियन नम्रता पणिकर ने कहा कि उनका क्लब समाज के हर वर्ग के लिए कार्य कर रहा है। इस कार्यशाला का उद्देश्य निर्माण स्थलों पर काम कर रहे मिस्त्री भाइयों के कौशल को निखारना था। कार्यक्रम का संचालन व्यावसायिक सेवा निदेशक रोटेरियन राधे श्याम शर्मा ने किया। उन्होंने मुख्य वक्ताओं का पटका पहनाकर सम्मान किया। सचिव इंजीनियर आशीष अग्रवाल ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर रोटेरियन संजना शर्मा और रोटेरियन मनोज आर. कुमार भी उपस्थित रहे।