आगरालीक्स…आगरा में नारी मन की अभिव्यक्ति को मिला मंच, शब्दों संग थिरके कदम. विद्या स्वरूप फाउंडेशन ने महिला दिवस पर आयोजित की द्वितीय काव्य एवं नृत्य प्रतियोगिता
यूं तो मन में विचार कई होते हैं लेकिन उन्हें शब्दों की माला में पिरोकर कविता का रूप दे पाना आसान नहीं होता। नारी मन की अभिव्यक्ति को मंच प्रदान करते हुए विद्या स्वरूप फाउंडेशन ने महिला दिवस के अवसर पर द्वितीय काव्य एवं नृत्य प्रतियोगिता आयोजित की। मंगलवार को कमला नगर स्थित विद्या स्वरूप फाउंडेशन के कार्यालय पर आयोजित प्रतियोगिता का आरंभ मां सरस्वती की वंदना से हुआ। संस्थापक मोनिका अग्रवाल ने बताया कि महिला दिवस समारोह तभी सार्थक है जब हर महिला की प्रतिभा को उचित सम्मान मिल सके। फिर चाहे उसकी उम्र कोई भी हो। उन्होंने बताया कि कविता और नृत्य प्रतियोगिता बालिका और महिला वर्ग में आयोजित की गई।
काव्य पाठ प्रतियोगिता का आरंभ पूनम लाहौटी ने शीर्षक सिंपल वाला लव के अंतर्गत मेरी गलतियों को तुम, तुम्हारी गलतियों को मैं नजर अंदाज कर सकूं से की। बाल कवियत्री संसिधि ने सुनो द्रोपदी शस्त्र उठा लो … पंक्तियों से सभी को भाव विभोर कर दिया। वहीं अन्य बाल कवियत्री दर्पण भदौरिया ने मैं लड़की हूं कमजोर नहीं … पंक्तियों से तालियां बटोरी। शशि गोयल ने एक अनजान रिश्ता मजबूत हो गया … से दाम्पत्य जीवन के महत्व को शब्दों से सजाया।
निधि सहगल की पुस्तक तुम से तुम तक सोलह खत अनवरत कहानी पुस्तक का विमोचन भी किया गया। लेखिका ने बताया कि खत लेखन की विलुप्त कला को पुनः जीवित करने का प्रयास पुस्तक में किया गया है। नृत्य प्रतियोगिता में होली के रंगों की उमंग भी घुली दिखी। कविता प्रतियोगिता में प्रथम कियारा अग्रवाल (बालिका) और छवि सिंघल (महिला) रहीं। नृत्य प्रतियोगिता में सांवी गोयल (बालिका) शगुन (महिला) प्रथम रहीं।
आयोजन में महिला उद्यमी अवॉर्ड नारी सशक्तिकरण को समर्पित थे। शशि गुप्ता द्वारा सारिका गुप्ता, प्रतक्ष्या मालू, पूनम जैन को प्रदान किया गया। विशेष पुरस्कार मयूरी चालक सावित्री को दिया गया। प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका अलका अग्रवाल, नेहा अग्रवाल, रोशनी गिडवानी और मीनू बंसल ने निभाई। अध्यक्ष सीमा अग्रवाल, क्षेत्र प्रभारी शशि गोयल, नीलम अग्रवाल, अंशु अग्रवाल, स्नेहा गर्ग आदि उपस्थित रहीं।