आगरालीक्स… आगरा में श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए टोकन दिए जा रहे हैं, 24 घंटे में 48 अंतिम संस्कार, 24 घंटे खुलेगा ताजगंज श्मशान घाट।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आगरा में भी दिल्ली और लखनऊ जैसे हालात हो गए हैं, यहां एक के बाद एक शव ताजगंज श्मशान घाट पर पहुंच रहे हैं। इससे श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए जगह नहीं बची है और टोकन देना शुरू कर दिया है। 17 अप्रैल को 48 शवों का अंतिम संस्कार किया गया।
अधिकतम 18 शवों का होता था अंतिम संस्कार
श्मशान घाट के कर्मचारियों का कहना है कि ताजगंज श्मशान घाट के विद्युत और लकडी वाले शवदाह ग्रह पर अधिकतम 18 शवों का अंतिम संस्कार होता था लेकिन 17 अप्रैल को 30 शवों का अंतिम संस्कार विद्युत शवदाह ग्रह पर किया गया, जबकि 38 शवों का अंतिम संस्कार लकडी वाले शवदाह ग्रह पर हुआ।
ताजगंज में जगह नहीं तो दूसरे श्मशान घाट पर ले गए शव
ताजगंज श्मशान घाट पर जगह न मिलने पर लोग शवों को दूसरे श्मशान घाट पर ले जा रहे हैं, इससे शहर के अन्य श्मशान घाट पर भी शवों की संख्या बढने लगी है।
मौतों की संख्या बढ़ी
आगरा में कोरोना वायरस की दूसरी लहर तेजी लोगों को अपनी चपेट में ले रही है. हर रोज नये रिकॉर्ड मिल रहे हैं. शनिवार को आगरा में 398 कोरोना संक्रमित मिले जो कि अभी तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. इसके अलावा आगरा में कोरोना से मौतों की संख्या में भी इजाफा देखने को मिल रहा है. शनिवार को तीन कोरोना संक्रमितों की मौत की पुष्टि डीएम द्वारा की गई. लोगों से सतर्क रहने को कहा जा रहा है. उन्हें मास्क लगाने के साथ साथ सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने को कहा जा रहा है. डीएम द्वारा खुद बाजारों का निरीक्षण किया जा रहा है और मास्क न पहनने वाले दुकानदारों के चालान किए जा रहे हैं. चालान की दर भी 500 से 1000 रुपये कर दी गई है. यही नहीं इसके अलावा दोबारा बिना मास्क के मिलने पर 10000 रुपये का चालान वसूला जा रहा है.