आगरालीक्स.. आगरा में फिल्म सिटी क्यों नहीं, यहां ताज के साए में वेब सीरीज, चंबल के बीहड में शूटिंग, बगल में मथुरा है, आपका क्या मत है, कमेंट करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाल ही में नोएडा या ग्रेटर नोएडा में फिल्म सिटी बनाने की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद आगरा के रंगकर्मी और साहित्यकार चाहते हैं कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा की जगह फिल्म सिटी को आगरा में स्थापित किया जाए। आगरा में ताजमहल, आगरा किला, सिकंदरा, फतेहपुर सीकरी सहित तमाम ऐतिहासिक इमारते तथा आउटडोर के लिए तमाम पांच सितारा होटल, पार्क, मंदिर आदि स्थल हैं। आगरा के पड़ोस में मथुरा, वृंदावन, अलीगढ़, भरतपुर, धौलपुर, ग्वालियर समेत कई दर्शनीय स्थल हैं, जहां शूटिंग की जा सकती है।
आगरा में फिल्मों की शूटिंग
साहित्याकार राजेंद्र यादव के उपन्यास पर बासु चटर्जी द्वारा निर्देशित सारा आकाश और एमएस सथ्यू द्वारा निर्देशित गर्म हवा जैसी कई हिंदी फीचर फिल्मों की शूटिंग पूरी तरह आगरा में ही हुई हैं। स्लम डॉग मिलेनियर, बंटी-बबली, ताजमहल, गीत, लाल पत्थर, विधाता, क्षेत्रीय भाषा की फिल्म ब्रजभूमि आदि दर्जनों फिल्मों की शूटिंग हो चुकी है। इसमें कई फिल्म अभिनेता-अभिनेत्रियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया है। आगरा में शूटिंग कराना वालीबुड के निर्माता-निर्देशक पसंद करते हैं।
आगरा और फिल्मों का पुराना जुड़ाव रहा है। कई बड़े फिल्म निर्माता और निर्देशकों का आगरा से संबंध रहा है, जिनमें रवि टंडन, हरमेश मल्होत्रा का नाम शामिल है। फिल्म अभिनेता, गीतकार, संगीतकारों का भी आगरा और ब्रज क्षेत्र की धरती से जुड़े रहे हैं, जिसमें पुरानी फिल्मों की दिग्गज अभिनेत्री निम्मी, राज बब्बर, प्रमेंद्र, चंद्रचूड़ सिंह, वीरेंद्र सक्सेना फिल्म लेखिका अचला नागर, संगीतकार रवींद्र जैन, गीतकार गोपालदास नीरज, अभिनेता भारत भूषण, निर्माता-निर्देशक शिवकुमार, डंबिग स्टार फिल्म निर्माता और निर्देशक सुरेंद्र भाटिया समेत तमाम लोग फिल्मों से जुड़े रहे हैं। आगरा की बाह तहसील के रहने वाले रामसिंह वाही की कहानियों पर अधिकार और अनपढ़ सहित तीन फिल्मों का निर्माण हुआ था। बाद में वह मुंबई में खुद को समायोजित नहीं पाये और आगरा वापस आ गए।
आगरावासी उठा रहे मांग, आगरा में बने फिल्म सिटी
नगर के प्रमुख होटल व्यवसायी सुरेंद्र शर्मा ने आगरा में फिल्म सिटी बनाए जाने की मांग को पुरजोर तरीके से उठाया है। उनका कहना है कि आगरा में उस वक्त फिल्म तकनीक पर काम चल रहा था, जब भारत में फिल्में पूरी तरह से आई नहीं थी, तब आगरा कॉलेज के प्रोफेसर रहे उनके ताऊ स्वर्गीय ओंकार शर्मा ने आगरा में वर्ष 1936 में सर्वप्रथम फोटोग्राफी की शुरुआत फाइन आर्ट स्टूडियो से की थी। बाद में वह दक्षिण भारतीय फिल्मों में फिल्माकांन का सीखने के लिए चेन्नई (तत्कालीन मद्रास) चले गए थे। बाद में वह सिनेमेटॉग्राफी की बारीकियां सीखने के लिए अमेरिका के कैलिफोर्निया भी गए थे।
वेब सीरीज के लिए आगरा में तमाम संभावनाएं
वेब सीरीज का जमाना है, ऐसे में आगरा में वेब सीरीज के लिए तमाम संभावनाएं हैं, इस ओर भी ध्यान दिया जाना चाहिए। इससे आगरा में रोजगार मिलेग, कई इंडस्ट्री खडी हो जाएंगी। अव्वल तो यह है कि फिल्म सिटी स्थापित करने के लिए टीटीजेड की पाबंदी भी नहीं है, इससे कोई प्रदूषण नहीं होगा। आगरा में इससे पहले थीम सिटी प्रस्तावित की गई थी, इसकी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली गईं थी, एक हजार एकड जमीन भी चिन्हित कर ली गई थी लेकिन थीम सिटी का प्रोजेक्ट पूरा नहीं हो सका।