आगरालीक्स…(31 August 2021 Agra News) आगरा मेट्रो के पहले स्टेशन को आकार देने के लिए रखा गया पहला डबल टी गर्डर. फोटोज में देखिए आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट की गति…
सफलतापूर्वक रखा गया पहला डबल टी गर्डर
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने ताज ईस्ट गेट मेट्रो स्टेशन के प्रथम तल (कॉन्कोर्स लेवल) के निर्माण के लिए डबल टी गर्डर को सफतापूर्वक रखकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यूपी मेट्रो के एमडी कुमार केशव ने इस सफलता के लिए यूपी मेट्रो की टीम आगरा की सराहना कि। श्री कुमार केशव ने कहा कि यूपी मेट्रो की टीम ने उत्कृष्टता का परिचय देते हुए कड़ी मेहनत और लगन के साथ इस मुकाम को हासिल किया है।
44 टन वजन का है डबल टी गर्डर
यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि कानपुर मेट्रो के बाद अब आगरा मेट्रो में भी ऐलिवेटिड स्टेशनों के कॉन्कोर्स निर्माण के लिए डबल टी गर्डर का प्रयोग किया जा रहा है। कुमार केशव ने बताया कि आगरा मेट्रो के लिए प्रयोग किए जा रहे डबल टी गर्डर 11.4 मीटर लंबे, 3.07मीटर चौड़े एवं 1मीटर उंचे हैं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि डबल टी गर्डर का वजन 44 टन है।
प्री कास्ट तकनीक का किया इस्तेमाल
सामान्य रूप से ‘शटरिंग’ प्रणाली द्वारा स्टेशन कांकॉर्स का निर्माण किया जाता है, जिससे सड़क पर एवं यातायात में अवरोध उत्पन्न होता है। शटरिंग में समय भी अधिक लगता है, जिसके परिणाम स्वरूप लागत भी अधिक आती है। वहीं डबल टी गर्डर समय एवं लागत के लिहाज़ से कहीं बेहतर है। ‘प्री-कास्ट’ तकनीक से बना यह गर्डर मात्र कुछ घंटों में ही बीम पर रखा जा सकता है। बता दें कि ऐलिवेटिड स्टेशन के निर्माण के दौरान सबसे पहले निर्माण स्थल पर पाइलिंग कार्य किया जाता है। इसके बाद कई पाइल मिलकर पीयर (पिलर) को आधार देने वाली पाइलकैप का निर्माण करती है। पाइलकैप बनने के बाद उसपर पीयर (पिलर) का निर्माण किया जाता है। जब स्टेशन परिसर के सभी पीयर बनकर तैयार हो जोता हैं, तो उनकों आपस में जोड़ने एवं डबल टी गर्डर को आधार दोने के लिए हॉरिजोंटल बीम का निर्माण किया जाता है। हॉरिजोंटल बीम बन जाने के बाद उनपर डबल टी गर्डर रखकर स्टेशन के कॉन्कोर्स लेवल का निर्माण किया जाता है।
अब तक इतना काम पूरा
ताज ईस्ट गेट से जामा मस्जिद के बीच बन रहे प्रायोरिटी कॉरिडोर के ऐलिवेटिड सेक्शन में अबतक 582 पाइल, 105 पाइलकैप एंव 89 पीयर का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है। ऐलिवेटिड सेक्शन में कुल 686 पाइल, 171 पाइलकैप एवं 171 पीयर का निर्माण किया जाना है। वहीं, बमरौली कटारा स्थित कास्टिंग यार्ड में अबतक 36 डबल टी-गर्डर, 22 पीयरकैप एंव 12 यू गर्डर की कास्टिंग कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही वायाडक्ट में अबतक 12 पीयरकैप सफलतापूर्वक रखे जा चुके हैं।
आगरा मेट्रो एक नजर में
गौरतलब है कि ताजनगरी में 29.4 किमी लंबे दो कॉरिडोर का मेट्रो नेटवर्क बनना है, जिसमें 27 स्टेशन होंगे। ताज ईस्ट गेट से सिकंदरा के बीच 14 किमी लंबे पहले कॉरिडोर का निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है. इस कॉरिडोर में 13 स्टेशनों का निर्माण होगा. जिसमें 6 एलीवेटेड जबकि 7 भूमिगत स्टेशन होंगे. इसके साथ ही आगरा कैंट से कालिंदी विहार के बीच लगभग 16 कि.मी. लंबे दूसरे कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा, जिसमें 14 ऐलीवेटेड स्टेशन होंगे।