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Shri Parshvanath Puran story going on in Agra#agranews
आगरालीक्स…(31 August 2021 Agra News) आगरा में चल रही श्री पार्श्वनाथ पुराण कथा मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर बोले—बच्चों को प्यार के साथ अपना समय भी दें माता—पिता
एमडी जैन इंटर कॉलेज में चल रही कथा
आगरा के श्री 1008 शांतिनाथ दिगंबर जैन मंदिर हरीपर्वत में अर्हंयोग मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज के श्रीमुख से प्रीतिदिन श्री पार्श्वनाथ पुराण कथा चल रही है| जिसमें मुनिराज ने मंगल प्रवचन में आज बताया कि तीर्थंकर श्री पार्श्वनाथ भगवान का जन्म कल्याणक सबने 3 दिन तक बहुत आनंद और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया| विश्व के लोगों ने देखा और सराहा। अब तीर्थंकर बालक धीरे धीरे बढ़ रहे हैं। देवराज इन्द्र ही उनका पोषण कर रहे है। अनेक देवियां उनकी सेवा करती हैं सजाती रहती हैं जैसे चन्द्रमा की कलाएं बढ़ती हैं बालक भी ऐसे ही वृद्धि को प्राप्त हो रहा है। बालक की मनोहारी चेष्टाएं देखकर माता-पिता, देव, देवियां सभी खुश होते हैं| वर्तमान समय मे माता-पिता को अपने बच्चो का ध्यान रखना चाहिए। प्यार के साथ उन्हें समय भी दें। मां को अपने बच्चे को णमोकार मंत्र, स्तुति आदि सिखाना चाहिए। उन्हें अच्छे संस्कार दो, वे कहां जा रहे हैं किससे बाते कर रहे है, आपको ध्यान रखना चाहिए। जब आप बच्चों को प्यार समय देगे तो वे भी आपको सम्मान देंगे। तीर्थंकर बालक अब युवा हो गए है। उनके जन्म के दस अतिशय और शरीर मे 1008 शुभ लक्षण होते है| शंख,कमल,लक्ष्मी,कलश महल,रत्न दीप आदि का बहुत सुन्दर तरह से गुरूवर ने बताया है। इस आनंद दायी कथा को सुनकर आपकी डिप्रेशन, उदासी दूर होगे,उदासी को बाहर फेको जो मिला है उसमे आनंदित रहो युवा पारस कुमार अपने पिता से मना करते है कि वे विवाह नहीं करेगे,उन्हे मोक्ष मार्ग पर बढना है।
रेवाड़ी से आए भक्तों ने किया पाद प्रक्षालन
इस कार्यक्रम का शुभारंभ चित्र अनावरण एवं दीप प्रज्वलन के साथ हुआ| मुनिराज का पाद प्रक्षालन रेवाड़ी से आये भक्तों द्वारा किया गया| मुनिराज की मंगल आरती रेवाड़ी जैन समाज के द्वारा की गई| पूरे कार्यक्रम का संचालन मनोज जैन द्वारा किया गया| इस मौके पर अध्यक्ष जगदीश प्रसाद जैन,सुनील जैन ठेकदार,राकेश जैन परदेवाले, निर्मल मौठया,राजेश सेठी,अनंत जैन,मनोज जैन,सतीश जैन, अशोक जैन,संजीव जैन,दीपक जैन,आशुतोष जैन,शुभम जैन, अंकेश जैन समस्त सकल जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे|