एएमयू में एमबीबीएस/बीडीएस की प्रवेश परीक्षा 26 अप्रैल को हुई थी। एएमयू के अपने 33 केंद्रों के अलावा कोझिकोड (केरल), लखनऊ, इलाहाबाद, बरेली, भोपाल, कोलकाता, हैदराबाद, श्रीनगर, पटना और गोवाहाटी में भी केंद्र बनाए गए थे। एमबीबीएस की 145 व बीडीएस की 35 सीटों के लिए 51,504 ने आवेदन किया था। इनमें 44,700 ने परीक्षा दी थी। 15 मई को परिणाम घोषित करने की तैयारी हुई तो कोझिकोड स्थित फारुख कॉलेज के नतीजों ने होश उड़ा दिए। यहां 35 अभ्यर्थी पास होने वाली लिस्ट में थे और 11 वेटिंग लिस्ट में। पांच अभ्यर्थी बीडीएस के पास भी हुए। एएमयू में आधे छात्र कैंपस व आधे ही बाहरी लिए जाते हैं। बाहरी के लिए तय 70 सीट में से आधे एक ही केंद्र के होने से खलबली मच गई।
वीसी जमीरउद्दीन शाह ने शनिवार सुबह ईसी की बैठक बुलाई और परिणाम जारी न करने का निर्णय लिया। कुलपति ने तीन सदस्यीय कमेटी को जांच भी सौंप दी है।
इनका कहना है
मेडिकल एंट्रेंस टेस्ट के परिणाम की तैयारी के दौरान कुछ ऐसे तथ्य आए हैं, जिनके चलते वीसी ने ईसी की विशेष बैठक बुलाई। जो तथ्य मिले हैं, उनकी जांच के लिए ईसी मेंबर प्रो. एसएन पठान की अध्यक्षता में कमेटी गठित की गई है। प्रो. ई हसनैन व मिदहत उल्लाह खान शेरवानी सदस्य रहेंगे। जांच रिपोर्ट के आधार पर परीक्षा परिणाम पर निर्णय लिया जाएगा।
– डॉ. राहत अबरार, पीआरओ एएमयू
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