आगरालीक्स… लखनऊ में सहकर्मी के साथ कार से जा रहे एपल कंपनी के मैनेजर की पुलिस द्वारा हत्या के आरोप से 16 साल पुराने आगरा शूट आउट की यादें ताजा हो गईं, एसएन की महिला जूनियर डॉक्टर अपने साथी जूनियर डॉक्टर के साथ कार से लौट रही थी, पुलिस ने पीछे से गोली चला दी, इस शूटआउट में महिला जूनियर डॉक्टर की हत्या के बाद बवाल मचा था। कई दिनों तक एसएन में तोडफोड हुई थी।
लखनऊ के गोमती नगर में शुक्रवार देर रात करीब पौने तीन बजे एसयूवी में सवार एपल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी अपनी सहकर्मी सना को उसके घर छोडने जा रहे थे, वे कंपनी के एक कार्यक्रम से लौट रहे थे। मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास दो सिपाहियों ने एसयूवी सवार एपल के एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी को गोली मार दी। गोली लगते ही उसका संतुलन बिगड़ा और गाड़ी डिवाइडर से टकरा गई। वहीं सिर पर गोली लगने से विवेक की मौके पर ही मौत हो गई। यह देखते ही दोनों आरोपी सिपाही मौके से भाग निकले। दूसरे पुलिसकर्मियों ने विवेक को अस्पताल पहुंचाया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। हादसे के वक्त विवेक तिवारी के साथ रही सना की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर फायरिंग करने वाले कांस्टेबल प्रशांत कुमार और संदीप को गिरफ्तार कर लिया है। प्रारंभिक जांच के बाद अब दोनों आरोपी सिपाहियों को बर्खास्त कर दिया गया है।
आगरा शूटआउट में महिला जूनियर डॉक्टर की हो गई थी मौत
आगरा में जुलाई 2012 में शूटआउट हुआ था, एसएन के सर्जरी विभाग के जूनियर डॉक्टर अनुराग छीगडा, कोलकाता निवासी महिला जूनियर डॉक्टर सोनाली बोस के साथ मथुरा में खुले मैक डी में गए थे। वहां से रात को नीले रंग की कार से लौट रहे थे, हिंदुस्तान कॉलेज के पास उनकी गाडी खडी थी, पुलिस ने उन्हें रोका तो गाडी चला दी, उन्होंने गाडी हाईवे से नीचे उतार ली, पुलिस ने पीछा किया और गोली चला दी, गोली महिला जूनियर डॉक्टर सोनाली की गर्दन में लगी उनकी मौत हो गई थी। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने जमकर हंगामा किया था एसएन में तोडफोड कर दी थी। इस मामले में मुकदमा दर्ज करने के बाद सिपाही और सब इंस्पेक्टर को जेल भेज दिया था, 2010 में आरोपी सिपाही और सब इंस्पेक्टर दोष मुक्त हो गए थे।
सीएम योगी ने कहा
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह घटना एनकाउंटर नहीं है। अगर जरुरत पड़ी को तो इस घटना की सीबीआई जांच होगी। उन्होंने कहा कि प्रथम दृष्टया में जो दोषी थे वो गिरफ्तार हो चुके हैं। सीएम ने गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पत्रकारों से बातचीत कर यह बात कही।
डीजीपी का कहना है
उत्तर प्रदेश के डीजीपी ओपी सिंह ने कहा कि लखनऊ में कल रात एक घटना हुई है। उस घटना में विवेक तिवारी नाम के व्यक्ति की मौत हुई है। विवेक तिवारी के साथ उनकी एक महिला अधिकारी उनके साथ थी। दोनों कि एक ही कंपनी में करते थे। एक जगह जब गाड़ी खड़ी थी तो यूपी पुलिस के दो सिपाही चेतक पर खड़े थे, उन्होंने गाड़ी को इंटरसेप्ट किया और कहा कि गाड़ी से बाहर आए उन्होंने गाड़ी से निकलने की मना कर दिया और गाड़ी को चेतक पर चढ़ाने की कोशिश।