उन्होंने कहा, ‘दक्षिण भारत की महिला जितनी ज्यादा खूबसूरत होती है, जितना ज्यादा उसका बॉडी.. जो पूरा देखने में.. यानी इतना हमारे यहां नहीं होती है.. वह नृत्य जानती हैं..।’
यादव ने आगे कहा कि भारतीय गोरी चम़़डी के आगे किस तरह सरेंडर करते हैं यह निर्भया डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली उडविन से पता चलता है। उन्होंने कहा, ‘तिहाड़ जेल में डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली उडविन जहां-जहां घुसी होगी, जो मन में आया होगा वह उसने किया होगा। पूरा देश भी सरेंडर है और हर एक आदमी यहां मेट्रोमोनियल देखें तो गोरी-गोरी ढूंढ रहा है।’
बता दें कि शरद यादव ने पहली बार इस तरह की टिप्पणी नहीं की है। महिला आरक्षण विधेयक जब पहली बार संसद में रखा गया था तब शरद यादव ने कहा था कि इस विधेयक के जरिए क्या आप ‘परकटी महिलाओं’ को सदन में लाना चाहते हैं ? उनकी इस टिप्पणी पर महिला संगठनों ने कड़ा विरोध जताया था और आखिरकार शरद यादव को माफी मांगने पर मजबूर होना पड़ा था।
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