एटा जेल में तीन मार्च को कैदियों और बंदी रक्षकों ने जमकर बवाल किया था और दो दिन से भूख हड़ताल चल रही है। इसी जेल में मुख्यमंत्री की ममेरी बहन के पति प्रधान सौरभ यादव दोहरे हत्याकांड में बंद हैं। उसको लेकर जेल अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ी हुई हैं। जेल अधीक्षक से लेकर बंदी रक्षकों द्वारा भेजे गए पत्र में लिखा गया है कि सौरभ यादव जेल में चल रहे बवाल की वजह है। वह बंदियों में असंतोष भड़का रहा है और जेल प्रशासन पर दबाव बनाता है। पत्र में कहा गया है कि ऐसे में जेल में काम करना मुश्किल है। जेल में कभी भूख हड़ताल तो कभी संघर्ष की स्थिति बन जाती है या तो मुख्यमंत्री के रिश्तेदार को एटा जेल से हटाकर अन्य जेल भेजें और अगर ऐसा नहीं होता है तो पूरे स्टाफ का तबादला कर दिया जाए। जेल में अधिकारियों समेत सौ कर्मचारी हैं।
जिलाधिकारी निधि केसरवानी ने कहा कि जेल अधीक्षक ने एक पत्र आइजी जेल को लिखा है। पत्र पर सभी स्टाफ के हस्ताक्षर हैं। इस पत्र में बंदी सौरभ यादव को एटा जेल से स्थानांतरित करने का अनुरोध किया गया है। मेरे द्वारा इस पत्र को शासन को अग्रसारित कर दिया गया है। जेल में आज भी आधे बंदियों ने खाना नहीं लिया। प्रशासनिक अधिकारी कैदियों को समझा रहे हैं।
जेल अधीक्षक ओपी कटियार ने बताया कि एटा जेल में बंदी सौरभ यादव ने हालात खराब कर रखे हैं। जेल में अनुशासनहीनता की पराकाष्ठा है। बंदियों द्वारा आए दिन की जाने वाली हड़ताल भी सौरभ के उकसाने का नतीजा है। ऐसे में कोई भी स्टाफ सौरभ यादव के रहते काम करने को तैयार नहीं।
मुख्यमंत्री का ममेरा बहनोई सौरभ
एटा जेल में बंद सौरभ यादव मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का ममेरा बहनोई है। 22 अप्रैल 2014 को पिलुआ थाना क्षेत्र के गुलाबपुर गांव में जमीन के विवाद में हुए गोली कांड में दो लोग मारे गए थे। इस मामले में पुलिस ने मिरहची थाना क्षेत्र के कादरपुर गांव के प्रधान सौरभ यादव और उसके सरकारी गनर को गिरफ्तार किया था, तब से सौरभ जेल में ही है।
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