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Child thieve rumors in college, colony in rural areas of Agra
आगरालीक्स..आगरा में बच्चा चोर की अफवाह तेजी से फैल रही है, भीड विक्षिप्त और भिखारियों को पीट रही है, आगरा कॉलेज में दो युवती, सेंट पीटर्स के सामने और कमला नगर में ई रिक्शा से जा रही फेरी वाली महिलाओं को भीड ने पकड लिया, उनकी पिटाई लगा दी। देहात में ज्यादा घटनाएं हो रही हैं। बच्चा चोर की फैल रही अफवाह में पुलिस ने पिटाई लगाने वाले अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। अब इनको वीडियो के आधार पर चिह्न्ति कर कार्रवाई की जा रही है।
आगरा में बच्चा चोर का शोर मच रहा है, गुरुवार को कमला नगर के मुगल रोड पर ई रिक्शा से जा रही सात युवती और चार बच्चों को भीड ने पकड लिया। बच्चा चोर का शोर मचाते हुए भीड ने उनके साथ मारपीट कर दी, पुलिस फोर्स के पहुंचने के बाद उन्हें बचाया गया। पूछताछ में पता चला कि वह फेरी वाली हैं और यमुना किनारे रोड पर रहती हैं, पुलिस ने जांच के बाद उन्हें छोड दिया।
आगरा कॉलेज में दो युवतियों को पकडा
आगरा कॉलेज में घूम रही दो युवतियों को प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने पकड लिया, वे सही तरह से कुछ नहीं पता पा रहीं थे, उन्हें पकड कर पुलिस को सौंप दिया। पुलिस ने युवतियों के परिजनों से संपर्क किया, वे चौकी पहुंच गए, उन्होंने बताया कि दोनों युवतियां विक्षिप्त हैं, 10 दिन पहले घर से निकल आईं थी। अक्सर घर से निकल आती हैं, इसमें से एक ने आगरा कॉलेज से बीएससी की है तो उसकी बहन ने एमए किया है।
सेंट पीटर्स के सामने बच्चा चोर का शोर
इसके कुछ देर बाद ही सेंट पीटर्स के सामने बच्चा चोर पकडे जाने का शोर मचने लगा, सोशल मीडिया पर खबर आने लगी, हरीपर्वत पुलिस ने स्पष्ट किया कि इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है।
देहात में लगाई पिटाई
देहात में भी कई इस तरह की घटनाएं हुई हैं, देहात में बच्चा चोर का शोर मचाकर विक्षिप्त और भीख मांगने वालों की पिटाई लगा दी।
मास हिस्टीरिया से बच्चा चोर की फैल रही अफवाह
मानसिक स्वास्थ्य संस्थान एवं चिकित्सालय के प्रमुख अधीक्षक डॉ दिनेश राठौर का कहना है कि यह चोटी कटवा की तरह अफवाह है, क्योंकि बच्चा चोरी का मसला संवेदनशील है इसलिए मास यानी भीड में पफैलता जा रहा है। इसे मास हिस्टीरिया कहा जाता है, हिस्टीरिया से पीडित लोग ध्यान आकर्षित करने के लिए ऐसी हरकत करते हैं, इस तरह के लोग ही बच्चा चोर का शोर मचा रहे हैं और उनकी पिटाई लगाना शुरू कर देते हैं, उनके साथ भीड आ जाती है। पिटाई लगाने से हिस्टीरिया के मरीजों का तनाव कम होता है। इस तरह की घटनाओं की जब तक पुष्टि नहीं हो जाती, इस पर ध्यान नहीं देना चाहिए। पुलिस को सख्ती बरतते हुए बच्चा चोर के शक में निर्दोषों की पिटाई लगाने पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।