आगरालीक्स…(Agra News 28th September) आगरा में बुखार से पांच बच्चों की मौत हो गई, डॉक्टरों ने बताए लक्षण, जिसे देख समझ सकते हैं कि बुखार से पीड़ित बच्चे को चाहिए तुरंत इलाज।
आगरा में बुखार का प्रकोप बढ़ रहा है, सोमवार को आगरा के हास्पिटल में भर्ती आठ महीने के पिनाहट निवासी समर पुत्र दिग्विजय की मौत हो गई, उसे कई दिन से बुखार आ रहा था। पिनाहट क्षेत्र के ही
गांव नगला भरी में गिर्राज सिंह की एक साल की पुत्री जाहृनवी की सोमवार देर तक अस्पताल में मौत हो गई। पिनाहट के ही पूरन पूरा सात साल के अल्पेश को कई दिन से बुखार आ रहा था, तबीयत बिगड़ने पर पफतेहाबाद ले जाने लगे और मौत हो गई। पिनाहट के ही गांव पुरा नत्था झोरिया के रहने वाले 40 साल के भूरी सिंह का आगरा के अस्पताल में इलाज चल रहा था, कई दिन से बुखार आ रहा था और मौत हो गई। बुखार से खंदौली के गांव खड़िया में 10 साल की बालिका की मौत हो गई।
बुखार के लिए केवल पैरासीटामोल
एसएन मेडिकल कॉलेज के बाल रोग विभाग के डॉ. नीरज यादव ने बताया कि इस समय कई तरह का बुखार है, इसलिए बुखार आने पर पैरासीटामोल टैबलेट ही दें, डॉक्टर को दिखा लें। जिससे तबीयत बिगड़ती भी है तो सही इलाज दिया जा सके। कुछ लक्षण हैं, उन्हें नजरअंदाज न करें।
बुखार में हालत बिगड़ने के लक्षण
बच्चा सुस्त हो जाए
उल्टी होने लगे, इससे शरीर में पानी की कमी हो जाती है
बुखार 105 डिग्री तक पहुंच जाए
शरीर पर लाल चकत्ते
लैटरिन काली आए, यानी इंटरनल ब्लीडिंग हो रही है
मुंह, नाक, पेशाब के रास्ते से खून आने लगे
पेशाब न हो
बेहोशी छा जाए