आगरालीक्स…आगरा का डेथ प्वाइंट बना हुआ है हाइवे का ये शॉर्टकट. हादसे में पति पत्नी की हुई मौत. जिन्होंने भी हादसा देखा बोले—कुछ ऐसा हो कि यहां न हो फिर ऐसा हादसा…
हादसा देखकर कांप गई रूह
हाइवे पर हादसे न हों इसके लिए पूरे हाइवे पर रेलिंग कर दी गई है. चौराहों को छोड़कर अधिकतर हाइवे के कटों को बंद कर दिया गया है लेकिन इसके बावजूद हाइवे गुरुवार दोपहर में एक दर्दनाक हादसा हो गया. हादसे में बाइक सवार दामाद और सास को ट्रक ने रौंद दिया, जिससे उनकी आनस्पॉट ही मौत हो गई. हादसा जिसने भी देखा उसकी रूह कांप गई. इनके पास से मिले कागजों के आधार पर दोनों मृतकों की पहचान कर ली गई है. दोनों मथुरा के रहने वाले थे. मृतक का नाम लाखन पुत्र राजकुमार निवासी भंकरपुर बसेला थाना मांट मथुरा है जबकि महिला मृतक उसकी सास है. दुर्घटना के बाद ट्रक चालक मौेके से भाग निकला. पुलिस ने दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है और उनके परिजनों को सूचित किया है. इधर हादसे के बाद हाइवे पर जाम की स्थिति भी बन गई और करीब आधा घंटे तक जाम लग गया.
डेथ प्वाइंट बना हुआ है कट
हाइवे के पत्थरघोड़ा के पास बना ये शॉर्टकट डेथ प्वाइंट बना हुआ है. जल्दबाजी लोगों को मौत तक ले जाती है. यहां पर अब तक कई हादसे हो चुके हैं और लगभग सभी हादसे एक जैसे हैं. दरअसल होटल क्लार्क इन से हाइवे आने वाले लोग यहां से निकल रहे गुरु का ताल फ्लाईओवर से ही आते हैं, लेकिन जिन वाहन चालकों को यहां से अपॉजिट साइड यानी गुरुद्वारा गुरु का ताल की ओर जाना होता है तो वे जल्दी के लिए वाहन फ्लाईओवर से उतरते ही रॉन्ग टर्न होकर चौराहा पर आना चाहते हैं, ऐसे में कई लोग आईएसबीटी से तेज गति से आ रहे बड़े वाहनों की चपेट में आ जाते हैं. जिसके कारण हादसा हो जाता है. गुरुवार को हुआ ये हादसा भी इसी तरह से हुआ.
गुरुद्वारा से सिकंदरा तक नहीं है कोई कट
बता दें कि गुरुद्वारा चौराहा से लेकर सिकंदरा चौराहा तक सभी तरह के कट बंद कर दिए गए हैं. नेशनल हाइवे अथॉरिटी आफ इंडिया द्वारा कटों पर होने वाले हादसों को रोकने के लिए ये काम किया गया है. ऐसे में गुरु का ताल फ्लाईओवर से उतरकर हाइवे की दूसरी साइड पर आने वाले वाहन चालकों को इस रॉन्ग कट का यूज करना पड़ता है. अगर वो इस कट का प्रयोग नहीं करेंगे तो उन्हें लगभग दो किलोमीटर दूर सिकंदरा चौराहा तक जाना होगा, जिसके बाद ही वो टर्न होकर रॉन्ग साइड पर आ सकते हैं. यही कारण है कि लोग यहां पर जल्दबाजी के लिए इस कट का प्रयोग करते हैं. इस कट का प्रयोग बाइक सवार ही नहीं बल्कि चारपहिया वाहन भी प्रयोग करते हैं. पुलिस ने इस कट से वाहन चालकों को रोकने के लिए कई बार सख्ती भी दिखाई है लेकिन सख्ती कुछ दिन ही रहती है और फिर उसे बाद फिर से ये रॉन्ग कट वाहन चालक यूज करने लगते हैं.
लोगों का कहना—यहां बने फ्लाईओवर
हादसे को देखने वाले और अन्य लोगों का भी मानना है कि ये कट हादसे की सबसे बड़ी वजह बना हुआ है. उनका कहना है कि जरूरी है कि इस जगह फ्लाईओवर का निर्माण किया जाए, जिससे कि वाहन चालक आसानी से दूसरी साइड पर आ सकें और उन्हें इस कट का प्रयोग न करना पड़े.