आगरालीक्स…शोध छात्रा के पिता बोले—कई बार तोड़ने की हुई कोशिश लेकिन जब तक बेटी को इंसाफ नहीं मिल जाता, नहीं लूंगा दम…न्यायपालिका पर पूरा भरोसा
20 मार्च को अगली तारीख
15 मार्च 2013 को आगरा के डीईआई में हुई शोध छात्रा की हत्याकांड में आज सोमवार को दीवानी न्यायालय में सुनवाई हुई. पैरवी करने के लिए शोध छात्रा के पिता यहां दिल्ली से पैरवी करने के लिए पहुंचे. उन्होंने बताया कि आरोपित के स्वजन बहुत ताकतवर हैं। उन्होंने हर तरह से उन्हें तोड़ने की कोशिश की, लेकिन अब वे टूटे नहीं। अब उन्हें कोई नहीं तोड़ सकता।बेटी को इंसाफ दिलाकर ही दम लेंगे।न्याय पालिका पर उन्हें पूरा भरोसा है। उन्होंने बताया कि अभी 15 गवाहों की गवाही बची है।अगली तारीख 20 मार्च है।
पढ़िए पूरा मामला
आठ साल पीछे चलते हैं। 15 मार्च 2013, रात सात बजे डीईआई परिसर के बाहर खेलगांव के पास एक लाल रंग की कार को देखकर स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस कार के पास पहुंची, कार को खोला, कार के नंबर से पता करने के बाद कार मालिक को फोन किया, उन्होंने बताया कि कार से उनकी बेटी डीईआई में जाती है, वह सुबह डीईआई गई थी, वहां की नैनो बायोटेक्नोलॉजी लैब में रिसर्च कर रही है।
नैनो टेक्नोलॉजी लैब में खून से लथपथ शव
शोध छात्रा के परिजन और पुलिस डीईआई की नैनो बायोटेक्नोलॉजी लैब पहुंची, लैब में शोध छात्रा का खून से लथपथ शव पडा हुआ था। कपडे अस्त व्यस्त थे। पुलिस जांच में जुट गई, पोस्टमार्टम रिपोर्ट, फोरेंसिक लैब की रिपोर्ट इसके बाद सीबीआई की जांच हुई। सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में रेप के बाद हत्या की पुष्टि करते हुए, डीईआई के एक अधिकारी के रिश्तेदार, बीएससी के छात्र उदय स्वरूप और लैब सहायक यशवीर संधू को आरोपी माना गया। उदयस्वरूप जेल में है और यशवीर संधू जमानत पर बाहर है।