आगरालीक्स..5 किलो सोना, 55 किलो चांदी और हीरों से जड़ित सिंहासन पर विराजमान हुई बरसाने की राधारानी. दिल्ली के इस भक्त ने किया भेंट..जानिए इस सिंहासन को बनाने की पीछे की कहानी और कीमत
मथुरा कृष्ण की नगरी है, लेकिन यहां राधे—राधे बोला जाता है. बरसाने में विराजमान राधा रानी के दर्शन को हर रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं. इनकी आस्था केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कई देशों में है. राधा रानी का प्रभाव ही कुछ ऐसा है कि भक्त दूर दूर से यहां इनके दर्शनों के लिए खिंचे चले आते हैं. लेकिन दिल्ली के एक भक्त ने अपनी मंडली के जरिए राधारानी को करोड़ों रुपये का सिंहासन भेंट किया है. सोना, चांदी और हीरों से बना यह सिंहासन बुधवार को बरसाने की राधारानी को भेंट किया गया.
6 करोड़ की है कीमत
बरसाने में राधा रानी को भेंट गिए गए सिंहासन की कीमत 6 करोड़ रुपये बताई गई है. इसमें दस लाख के हीरे, 5 किलो सोना और 55 किलो चांदी का प्रयोग किया गया है. इस सिंहासन को भेंट करने वाले दिल्ली के श्री ब्रज हरि संकीर्तन मंडल के बब्बू भैया हैं. संकीर्तन मंडल के सदस्यों के अनुसार बब्बू भैया 52 वर्षों से बिना रुपये लिए घरों में भजन कीर्तन कर रहे हैं. श्रीजी की प्रेरणा से हीरों से जड़ित यह सिंहासन बनवाने का निर्णय लिया गया. संकीर्तन मंडल के समक्ष यह प्रस्ताव रखा गया तब इसे बनवाने का निर्णय लिया गया. इसके लिए लोगों से चंला भी लिया गया.
सिंहासन 4 फीट चौड़ा और पांच फीट ऊंचा है.
सिंहासन मंदिर के अंदर बने तहखाने में रखा जाएगा
विशेष अवसरों पर ही इसे निकाला जाएगा
इसे बनाने में दिल्ली के 10 ज्वैलर्स जुटे और करीब छह महीने में यह सिंहासन बनकर तैयार हुआ.