आगरालीक्स. आगरा के ललित कला संस्थान के विद्यार्थी द्वारा कबाड़ से बनाई जा रही कृतियां आकर्षण का केंद्र बनी हैं। संस्थान में मूर्तिकला शिविर का भी आयोजन किया।
मूर्ति कला शिविर का भी किया आयोजन
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा के सहयोग से नगर निगम आगरा द्वारा जी-20 देशों के परिप्रेक्ष्य में मूर्तिकला शिविर का आरंभ ललित कला संस्थान में कुलपति प्रोफेसर आशु रानी के निर्देशन में ललित कला संस्थान के निदेशक प्रोफेसर संजय चौधरी द्वारा किया गया।
कबाड़ से अब तक 20 कृतियों को बनाया
शिविर में 18 विद्याथियों ने ललित कला संस्थान के मूर्तिकला शिक्षक गणेश कुशवाह के निर्देशन में कार्य किया। नगर निगम में पड़े लोहे के कबाड़ व रबर के पुराने टायरों से शहर को सजाने के लिए अभी तक लगभग 20 कृतियों का निर्माण किया जा चुका है।
ग्लोब से लेकर जिराफ, सारस तक बनाए
इन कृतियों को फतेहाबाद रोड पर बनाये जा रहे
वेस्ट टू वंडर पार्क’ और शहर के अन्य भागों में लगाये जा रहे हैं। मुख्य रूप से ग्लोब, कमल, बांसुरी, जिराफ, सारस, हिरन, गिजाई, भृंग, ढोलक, तबला, गिटार आदि इन कृतियों में शामिल हैं।
वेस्ट टू वंडर पार्क में मेल्टिंग आईस क्यूब
श्री गणेश कुशवाह व विद्यार्थियों द्वारा कृत ‘मेल्टिंग आईस क्यूब’, पर्यावरण सम्बंधित इस पार्क में मुख्य आकर्षण का केंद्र है।
पर्यावरण जागरुकता की भी है पहल
इस संबंध में लोगों का कहना है कि नगर आयुक्त निखिल टिकाराम फुंडे व ललित कला संस्थान के निदेशक प्रोफेसर संजय चौधरी द्वारा मूर्तिकला विषय के प्रोत्साहन व पर्यावरण जागरण हेतु यह नयी पहल शहर के विकास हेतु अत्यंत सराहनीय व दूरगामी सिद्ध होगी।