आगरालीक्स… आगरा में मीनोपॉज पर साउथ एशियन फैडरेशन ऑफ मीनोपॉज सोसायटी की प्रसीडेंट व रेनबो हॉस्पीटल आईवीएफ सेंटर की निदेशक डॉ. जयदीप मल्होत्रा का कहना है कि पांच फीसद महिलाएं ही इसे समझती हैं और डॉक्टर से कंसल्ट करने जाती हैं। क्लब 35 प्लस द्वारा संजय प्लेस स्थित होटल पीएल पैलेस में मीनोपॉज के दौरान हार्मोन थैरपी विषय पर आयोजित वर्कशॉप में डॉ. जयदीप ने बताया कि भारतीय महिलाएं अपना एक तिहाई जीवन मीनोपॉज की स्थिति में काटती हैं। इस दौरान होने वाली समस्याओं को बढ़ती उम्र की वजह मानकर महिलाएं अपना जीवन उन समस्याओं को झेलते हुए ही निकाल देती हैं। मात्र 5 फीसदी भारतीय महिलाएं हैं जो इस दौरान डॉक्टर से सम्पर्क करती हैं। जबकि आज ऐसे बहुत से ट्रीटमेंट है, जिससे इन समस्याओं को होने से पहले काफी हद तक कंट्रोल किया जा सकता है।
उन्होंने मीनोपॉज के दौरान दी जाने वाली हार्मोन थैरपी के बारे में बताते हुए कहा कि ऑपरा विनफ्रे भी इसका लाभ ले चुकी हैं। जिन लोगों को लिवर की परेशानी है उन्हे इंजेक्शन या गोलियों के अलावा इस थैरपी त्वचा पर प्रयोग की जानी वाली क्रीम अधिक फायदेमंद हैं। लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना नहीं।
डॉ. नरेन्द्र मल्होत्रा ने क्लब 35 प्स के विषय में जानकारी दी। क्लब कोऑर्डिनेटर आशू मित्तल ने सभी सदस्याओं का स्वागत किया। अंत में महिलाओं ने अपने जिज्ञासा भरे सवालों के जवाब भी पाए। इस मौके पर पेमिला कपूर, संगीता ढल, मीनात्क्षी मोहन, रचना अग्रवाल, पूजम सचदेवा, ज्यति ओबरॉय, सुधा कपूर, कांता माहेश्वरी,
क्या है सर्जीकल मीनोपॉज
सर्जीकल मीनोपॉज यानि किसी कारणवश महिला का गर्भाशय या अंडाशय ऑपरेशन द्वारा कम उम्र में ही निकाल दिया गया हो। ऐसी महिलाओं को मीनोपॉज के दौरान होने वाली समस्याओं से निजात पाने के लिए हार्मोन थैरपी अवश्य लेनी चाहिए। क्योंकि इनकी जिंदगी का एक लम्बा हिस्सा शारीरिक समस्याओं के साथ कई तकलीफें पैदा कर सकता है।
मीनोपॉज में क्या समस्याएं हो सकती हैं
-हडिड्यों का कमजोर (ऑस्टियोपोरोसिस) होना।
-वजाएना सेकुड़ने सेक्शुअर रिलेशन में दिक्कत आती है।
-अक्सर मूड खराब रहने लगता है और बेवजह तनाव भी होता है।
-हॉट फ्लेशिंग (शरीर में गर्मी की लहर) महसूस होती है।
-हार्ट अटैक की सम्भावना अपेक्षाकृत बढ़ जाती है।
क्या करें
-सब खाओ लेकिन उम्र के अनुसार संतुलित खाओ।
-35 की उम्र तक तो एरोबिक ठीक है। इसके बाद टहलना और योगा फायदेमंद है। -डॉक्टर की सलाह के बिना कैल्सियम, विटामिड जैसी भी कोई दवा नहीं लेनी चाहिए।
-परिवार के किसी सदस्य को किडनी की खराबी की हिस्ट्री या आपको कोई समस्या है तो कैल्सियम सपलीमेंट न लें।
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