शिक्षा मित्रों को सरकारी शिक्षक बनाया गया था, कोर्ट के आदेश के बाद समायोजन रद करते हुए उन्हें शिक्षक के पद से हटा दिया गया है। इस मामले में केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के स्तर से शिक्षा मित्रों के हित में पफैसला लिया जा सकता है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री डॉ राम शंकर कठेरिया आगरा के हैं और शिक्षक भी हैं। इसे देखते हुए आगरा और अलीगढ मंडल के शिक्षा मित्र तीन दिन से केंंद्रीय मंत्री के विवि के खंदारी परिसर स्थित आवास पर प्रदर्शन कर रहे हैं।
गाडी रोकी तो भडक गए मंत्री
गुरुवार को केंद्रीय मंत्री अपने घर पहुंचे तो वहां धरना दे रहे शिक्षा मित्र उनकी गाडी के आगे खडे हो गए। शिक्षा मित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेंद्र धोंकर का आरोप है कि केंद्रीय मंत्री से शिक्षा मित्रों ने कहा कि समायोदन रद होने पर आत्महत्या हो रही हैं। आप अपना वादा भूल जाएंगे तो क्या हम भी मर जाएं, इस पर केंद्रीय मंत्री भडक गए और मरना है तो मर जाओ कहते हुए अपने आवास में चले गए।
एक घंटे बाद बुलाए शिक्षा मित्र
मामला मीडिया में आने पर एक घंटे बाद केंद्रीय मंत्री ने शिक्षा मित्रों के प्रतिनिधि मंडल को अंदर बुलाया। उन्हें मदद का आश्वासन दिया, धरना स्थल पर जाकर ज्ञापन लिया, इसके बाद शिक्षा मित्रों ने धरना समाप्त कर दिया।
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