आगरालीक्स….आईएमए आगरा के प्रशासन को कड़े शब्द-तुरंत रोकी जाएं जीवनदायी दवाओं की कालाबाजारी. आक्सीजन की कमी पर भी जताया रोष.
आज आईएमए की कार्यकारिणी की बैठक इमरजेंसी रूप में बुलाई गई. इस बैठक का एजेंडा था – शहर में आक्सीजन की कमी एवं चिकित्सकों व अस्पतालों पर जनता की गुस्से का मारपीट के रूप में घटना का घटित होना. प्रेसिडेंट इलेक्ट डाॅ. ओपी यादव ने आक्सीजन की कमी के कारण मरीजों का दम घुटने की बात पर रोष के साथ प्रकाश डाला. उन्होंने प्रशासन शासन से कड़े शब्दों में कहा कि जल्द से जल्द ऑक्सीजन की कमी को दूर किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि जो जीवनदायी दवाएं इस समय बाजार में कम है, गायब हैं, कालाबाजारी जिनकी हो रही है उनको शासन त्वरित रूप से रोके. चिकित्सा विभाग की कमी को उजागर करते हुए डाॅ ओपी यादव ने कहा कि आईएमए इसे बर्दाश्त नहीं करेगा.
अध्यक्ष डाॅ राजीव उपाध्याय ने कहा की आक्सीजन व दवाओं की कमी से चिकित्सक के हाथ बंध् गए हैं. समाज में चिकित्सक रोगियों को मरते नहीं देख सकता. अपनी पूरी ताकत के साथ उन्होंने आई एम ए से अपील की कि प्रत्येक चिकित्सक रोगियों की सेवा में लग जाएं. हानि लाभ सोचे बिना सभी लोग समाज की सेवा करें. आक्सीजन को बचाने पर भी उन्होंने विशेष प्रयास की जरूरत रखी. डीएम से विशेष स्वर में उन्होंने तुरंत आक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए कहा.
विकित्सकों की सुरक्षा का मुदृदा उठाया
पास्ट प्रेसिडेंट डाॅ. रवि पचैरी ने चिकित्सकों की सुरक्षा का मुद्दा उठाया. उन्होंने आक्सीजन की कमी पर भी अपने अस्पताल का अनुभव रखते हुए कहा की बहुत बुरा है की वेंटिलेटर, बाई पै, वगैरह इंस्ट्रूमेंट होने के बाद भी आक्सीजन की कमी की वजह से मरीजों को बचा नहीं पा रहे है.
सचिव डाॅ. अनूप दिक्षित ने एसएसपी आगरा के लिए कहा की प्रत्येक अस्पताल पर पुलिस का पहरा हो जिससे किसी अप्रिय घटना की स्थिति में असामाजिक तत्वों को रोका जा सके एवं चिकित्सक भयमुक्त वातावरण में कार्य कर सकें.
प्रशासन को यह समझना होगा कि आईएमए तभी कार्य कर सकता है जब चिकित्सकों की सुरक्षा हो एवं आक्सीजन की कमी को तुरंत दूर किया जाए.
आॅडिट टीम बनाएगी आईएमए
आईएमए प्रवक्ता डाॅ. पंकज नगाइच ने ये सभी जानकारी दी एवं यह बताया की आईएमए एक आॅडिट टीम बनाने जा रही है जोकि सभी आक्सीजन वेंडर्स पर आडिट करेगी और प्रशासन से इस आडिट टीम को लीगलाइज करने की बात रखेगी. मीटिंग में डाॅ. सुरेश कुशवाहा ने कहा आक्सीजन का प्रयोग मरीजों पर बहुत सोच समझ कर किया जाए जिससे आक्सीजन की बर्बादी रोकी जाए. पूर्व अध्यक्ष डाॅ. सुधीर धाकरे ने बताया कि कैसे आक्सीजन चिकित्सकों को मुहैया नहीं हो रही एवं आम जनता वेंडर्स से सिलेंडर लेकर अपने घरों में रख रही है. मीटिंग में डाॅ. मुकेश गोयल, डाॅ. जितेंद्र चैधरी, डाॅ. गौरव खंडेलवाल, डाॅ. मोहन भटनागर, डाॅ. मनोज जैन, अश्विनी यादव, डाॅ भूपेंद्र आदि चिकित्सक मौजूद रहे.