Inflation: The budget of the house will deteriorate from next month, know how much it can affect
आगरालीक्स... बढ़ती महंगाई इस गर्मियों में और ज्यादा पसीना छुड़ाएगी। जानिये अगले महीने से आप के घरेलू बजट पर कितना पड़ सकता है असर।
महंगाई की शुरुआत मार्च महीने से ही शुरू हो गई है और धीरे-धीरे लगातार इसके झटके लग रहे हैं। सबसे पहले शुरुआत दूध से हुई। अमूल कंपनी ने दो रुपये लीटर तक दूध पर बढ़ा दिए। इसके बाद पराग और मदर डेयरी ने अपने दूध के रेट बढ़ाए तो फुटकर बपेचने वालों दूधियों और दुकानदारों ने भी रेट बढ़ा दिए।
किराया-भाड़ा बढ़ने का अंदेशा
मंगलवार को रसोई गैस भी 50 रुपये सिलेंडर महंगी हो गई है। पेट्रोल और डीजल के रेटों में भी वृद्धि कर दी गई है। पेट्रोल-डीजल की कीमतों में वृद्धि का असर अन्य वस्तुओं पर पड़ेगा। किराया-भाड़ा भी इस पर असर डाल सकता है।
खाद्य तेलों की कीमतों में उतार-चढ़ाव से फायदा नहीं
महंगाई का आलम यह है कि खाद्य तेल की कीमतों मे उतार-चढ़ाव के बाद भी आम उपभोक्ता को खास लाभ नहीं मिल पा रहा है।
स्कूल वैन-बस का किराया भी बढ़ा
बच्चों के स्कूल खुल गए हैं। इस वजह से स्कूल जाने वालों के लिए वैन और अन्य वाहन चालकों ने किराया बढ़ा दिया है। स्कूल बस भी इससे अछूती नहीं हैं।
अभिभावक खुद छोड़ने और लेने जा रहे हैं बच्चे
इससे अभिभावकों को यह झटका भी लगा है। बहुत से परिवार तो वैन का किराया बढ़ने की वजह से बच्चों को सुबह उठकर अपने वाहन से छोड़ने और लेने भी जा रहे हैं।
गर्मियों में बिजली बिल में भी होगा इजाफा
गर्मियों में बिजली की खपत बढ़ जाती है। इससे बिजली के बिल पर भी असर पड़ेगा। एसी और कूलर चलाने पर बिजली के यूनिट बढ़ने पर रेट भी उसी के अनुसार बढ़ते हैं, जिससे खर्चा बढ़ता है।
मध्यमवर्गीय परिवार के अनिल अग्रवाल का कहना है कि घर में पति-पत्नी और दो बच्चों को खर्चा औसतन यदि 15 से 20 हजार रुपये है तो दो से चार हजार रुपये तक की वृद्धि हो जाएगी। अगले महीने त्योहार आदि होने से इसमें कुछ अतिरिक्त बढ़ोत्तरी हो सकती है, जो इसमें शामिल नहीं है।
महंगाई का संकट अभी झेलना होगा
आगरा कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर डा. शरदचंद्र भारद्वाज का कहना है कि रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते देश को अभी महंगाई का संकट झेलना पड़ सकता है।
रूस से तेल खऱीदना बेहतर कूटनीति
हालांकि भारत ने रूस से तेल खरीदकर बेहतर कूटनीति का परिचय दिया है। कच्चे तेल की कीमत 110 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गई है। इसकी वजह से भारत ही नहीं पूरे विश्व में इसका असर पड़ा है। ऐसी विषम परिस्थितयों से जूझने के लिए राष्ट्र को तैयार रहना होगा।
मध्यमवर्गीय परिवार के बजट पर 3 से 4 फीसदी का पड़ेगा असर
उन्होंने रसोई गैस और पेट्रोल के दामों में हुई वृद्धि पर कहा कि इसका आम उपभोक्ता पर असर पड़ेगा। वर्तमान हालात को देखते हुए मध्यमवर्गीय परिवार के बजट पर 3 से 4 प्रतिशत तक का असर पड़ सकता है।