
मंगलवार को आगरा में ही प्रेसवार्ता में जिला संयोजक कपिल वाजपेयी ने आरोप लगाया कि रामशंकर कठेरिया की नियुक्ति प्रवक्ता पद की योग्यता को नजरअंदाज कर गलत तरीके से की गई है। उनके एमए में 51 प्रतिशत और बीए में 39.5 प्रतिशत अंक हैं, जो मानक से कम हैं। केंद्रीय मंत्री ने एक योग्य व्यक्ति को उसके हक से वंचित कर अयोग्य होते भी नौकरी कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसकी शिकायत पूर्व कुलाधिपति बीएल जोशी से हुई थी। कुलाधिपति ने भी अपने जांच में 7 जुलाई 2000 को हुई डॉ. रामशंकर कठेरिया की नियुक्ति को यूजीसी की गाइड लाइन के विपरीत मानते हुए इसे गलत ठहराया है। कुलाधिपति ने यह आदेश 19 जून 2014 को जारी कर दिया था। मगर, केंद्रीय राज्यमंत्री अपने प्रभाव के कारण इस आदेश को दबाए हुए हैं। कुलपति पर भी उन्होंने दबाव बनाया हुआ है।
तीन और पर भी सवाल
पार्टी कार्यकर्ता डॉ. गौरव गंगवार ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, महाराष्ट्र के विधायक बब्बन राव और सर्वेश कुमार के अंकपत्र भी फर्जी हैं। आरटीआइ में इनकी शैक्षिक योग्यता गलत निकली है।
आप लेगी कानून का सहारा
पार्टी पदाधिकारियों ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रियों के प्रमाण पत्रों की जांच करानी चाहिए और इन पर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर प्रधानमंत्री ऐसा नहीं करेंगे तो आम आदमी पार्टी कानून का दरवाजा खटखटाएगी।
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