आगरालीक्स…शारदीय नवरात्र में गुरुवार को मां दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा का किया जाएगा पूजन. जानिए पूजन सहित माता के बारे में पूरी जानकारी
चोला( रानी कलर) का शुभरंग (संतरी )भोगखीर और मालपुए का भोग लगाये ब्राह्मण को दान करने से और खुद भी खाने से बुद्धि का विकास होता है ,मां दुर्गा के चौथे स्वरुप का नाम कूष्मांडा है अपनी मंद मुस्कान द्वाराअंड अर्थात ब्रह्मांड को उत्पन्न उत्पन्न करने के कारण इन्हें कूष्मांडा देवी के नाम से अभिहित किया गया है ईशतहास्य से ब्रह्मांड की रचना करने वाली देवी भगवती कुष्मांडा नाम से लोक प्रसिद्ध हुई इन की क्रांति और आभा सूर्य के समान है कुष्मांडा देवी नेहीसृष्टिका विस्तार किया इनका यह स्वरूप देवी अन्नपूर्णा का है अतः यही सृष्टि के आदि स्वरूपा और आदिशक्ति हैं

इनका निवास सूर्यलोक में है इन्हीं के तेज और प्रकाश से दसों दिशाएं प्रकाशित हो रही हैं, येअष्टभुजा देवी के नाम से कभी विख्यात हैं ,संस्कृत भाषा में कुष्मांडा कुंम्हड़े को कहते हैं वलियों में कुम्हडेकी बलि ने सर्वाधिक प्रिय है प्रकृति का ख और लोगों को भूख प्यास से व्याकुल देखकर मॉ शाकुंभरी का रूप धरा शाक से धरतीको पल्लवित किया और शताक्षी बनकर असुरों का संहार किया ,कुष्मांडा देवी उदर की देवी है यह प्रकृति और पर्यावरण की अधिष्ठात्री है कुष्मांडा देवी की आराधना के बिना जप और ध्यान संपूर्ण नहीं होते ,मां कूष्मांडा की उपासना से भक्तों के समस्त रोग-शोक विनाश हो जाते हैं मां कूष्मांडा अत्यल्पसेवा और भक्ति से प्रसन्न होने वाली है, नवरात्र के चौथे दिन साग सब्जी और अन्न का दान करने के लिए फलदाई है माता के इस रुप में तृप्ति और तुष्टिदोनों हैं ,इस दिन साधक का मन अनाहत चक्र में स्थित होता है*
प्राचीन मंत्र-
या देवी सर्वभूतेषु शक्ति रुपेण संस्थिता! “”नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः””*
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य परमपूज्य गुरुदेव पंडित ह्रदयरंजन शर्मा (अध्यक्ष )श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान गुरु रत्न भंडार पुरानी कोतवाली सर्राफा बाजार अलीगढ़ यूपी WhatsApp नंबर-9756402981,7500048250