आगरालीक्स…..अंबेडकर विवि, आगरा की मुख्य परीक्षाओं में बेखौफ होकर नकल हो रही है। पीके इंस्टीट्यूट ऑफ एजूकेशन, मथुरा में दोपहर एक बजे सचल दल पहुंचा। कॉलेज में बीएससी प्रथम वर्ष फिजिक्स तृतीय वर्ष का पेपर चल रहा था। सचल दल में शामिल डॉ. पुष्पेंद्र सिंह, डॉ. धर्मेद्र और डॉ. अजय ने शिक्षकों को बोलकर नकल कराते हुए पकड़ लिया। उन्हें कॉलेज में सामूहिक नक़ल की रिपोर्ट न देने के लिए रुपयों से भरा लिफाफा थम दिया. लिफाफे में दो लाख रुपये थे. यहां भूतल पर परीक्षाएं कराने के बजाय प्रथम तल पर छह कमरों में छात्र परीक्षा दे रहे थे। साथ ही 20-25 लठैत और बंदूक लेकर बाहरी लोग खड़े थे। उनके पास से सॉल्व पेपर भी मिला है, इसे जब्त कर लिया गया। साथ ही फोटो भी ले लिए हैं। यही नहीं, कॉलेज में सामूहिक नकल के सार्टिफिकेट पर हस्ताक्षर करने से कॉलेज संचालक ने इन्कार कर दिया। इसे लेकर काफी देर तक हंगामा होता रहा। इसके बाद टीम पौने दो बजे ओडीएम कॉलेज, मथुरा पहुंची। यहां बीएससी प्रथम वर्ष फिजिक्स तृतीय प्रश्न पत्र में अधिकांश छात्रों की उत्तर पुस्तिका में एक समान उत्तर लिखे हुए थे। जब नकल के बारे में पूछा गया तो कॉलेज ने कह दिया कि इसी साल कॉलेज को मान्यता मिली है। नकल तो करानी पड़ेगी।
अलीगढ़ के खुशीराम कॉलेज, लाला शर्मा डिग्री कॉलेज, पंडित लक्ष्मन नारायन और आरजेएम कॉलेज में 10 नकलची पकड़े गए। हाथरस के सुखदेवी महाविद्यालय, गुमानी सिंह महाविद्यालय, भूदेवी कॉलेज में 12 नकलची पकड़े गए हैं। टीम में डॉ. विंदू शेखर, डॉ. पीके सिंह आदि शामिल रहे। वहीं, मैनपुरी के कॉलेजों में 10 नकलची पकड़े गए हैं।
विवि के सचल दल की टीम नत्थू सिंह कॉलेज, मैनपुरी पहुंची। यहां काफी देर तक सचल दल खड़ा रहा। मगर गेट नहीं खोला गया। ऐसे में टीम को लौटना पड़ा।
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