विशाल नगर कीर्तन में डीबी संतोख सिंह खालसा इंटर कॉलेज, गुरु तेग बहादुर हायर सेकेण्डरी खालसा स्कूल और गुरुद्वारा नानकपाड़ा के स्कूली बच्चों ने पीटी के साथ भांगड़ा की मोहक प्रस्तुति से सबका दिल जीत लिया। पंचप्यारों के रूप भी नगर कीर्तन की शोभा को बढ़ा रहे थे। शहनाई, ढोल तांसे, बैंडबाजों की सुर लहरी, घोड़े और ऊंटों की समूह सवारी, शहीदों की झांकियां मुख्य आकर्षण का केन्द्र थीं।
सतनाम वाहे गुरु करते और नगर कीर्तन की लख बधाइयां देते सिख धर्मानुयायियों के साथ हर जाति धर्म के लाखों श्रद्धालु श्रद्धा आस्था, उल्लास, उत्साह के साथ चल रहे थे। गुरुद्वारा नानकपाड़ा द्वारा तैयार की गई श्री गुरु ग्रंथ साहिब की पालकी जिधर से गुजरी, राहें पावन होती चली गईं, मस्तक श्रद्धा से झुकते चले गए।
पुरातन अस्त्र शस्त्रों के करतब जब रंजीत अखाड़े द्वारा दिखाए गए, तो शहरवासी वाह वाह कर उठे। जाल, ढाल, तलवार, कटार आदि के साथ पहली बार धनुष के हाइटेक स्वरूप क्रॉसबो का प्रदर्शन भी किया गया। सिक्खी का शौर्य रह-रह कर झलकता दमकता रहा।
नगर कीर्तन माईथान से घटिया, फुलट्टी, फव्वारा, कोतवाली, हींग की मंडी, एमजी रोड, प्रतापपुरा, सदर होते हुए गुरुद्वारा कलगीघर पहुंचा, जहां प्रधान त्रिलोक सिंह ओबराय, रमन साहनी, अमरदेव सिंह साहनी व सुरजीत सिंह छाबड़ा व सिख साध संगत ने नगर कीर्तन का भव्य स्वागत किया।�
गुरुद्वारा गुरु का ताल के संत बाबा निरंजन सिंह, संत बाबा प्रीतम सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट रेखा एस चैहान, सीओ मनीषा सिंह, भूपेन्दर सिंह सोढी, महेन्दर सिंह, सुभाष ढल, शिव कुमार राजौरा, जीतू बागडी, गोपाल गुरु, विजय कपूर, भारत भूषण गप्पी, बंटी ग्रोवर, श्याम भोजवानी, दलजीत कथूरिया आदि शामिल रहे।
Leave a comment