आगरालीक्स…पितरों को खुश करने के लिए पांच खास काम करें. घर में खुशियों का होगा वास..
इस बार पितृपक्ष 17 सितंबर 2024 से शुरू हो रहे हैं जो कि 2 अक्टूबर 2024 तक चलेंगे. पौराणिक मान्यताओं के अनुसार श्राद्ध के दौरान पितृ पृथ्वी लोक पर आते हैं. इसलिए उनकी शांति के लिए पूजा पाठ से जुड़े कार्य करने चाहिए. इस दौरान उनके नाम का श्राद्ध करने से वह तृप्त होते हैं और उन्हें मोक्ष मिलता है. पितरों को प्रसन्न करने के कई उपाय हैं..जानिए कौन से हैं वो उपाय
पीपल पेड़ की पूजा
श्राद्ध के दिनों में रोजाना दोपहर के समय पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. इस दौरान पीपल पर गंगाजल में काले तिल, दूध, अक्षत और फूल अर्पित करें. मान्यता है कि इस उपाय को करने से पितरों की आत्मा को शांति मिलती है.
रूद्राक्ष धारण करें
हिंदू धर्म में पितृ दोष के बुरे प्रभाव को कम करने के लिए श्राद्ध के दिनों को बहुत खास माना जाता है. इस दौरान पितृ दोष से बचने और उनके आशीर्वाद के लिए पांच मुखी, सात मुखी, आठ मुखी और 12 मुखी रूद्राक्ष एक साथ धारण करें. ऐसा करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और वंशों पर उनकी कृपा बनी रहती है.
पूर्वजों की तस्वीर
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार घर में पूर्वजों की मुस्कुराती हुई तस्वीर लगाने से वह प्रसन्न होते हैं. इस दौरान तस्वीर को घर के दक्षिण पश्चिम दीवार या कोने में लगाना चाहिए. ऐसा करना शुभ होता है. वहीं शाम के समय घर में दीपक जलाएं. इस दीपक को घर की दक्षिण दिशा में रखें. इससे भी पितृ दोष समाप्त होता है.
गाय को रोटी
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार रोजाना गाय को रोटी खिलाने से व्यक्ति् की मनोकामना पूरी होती है. ऐसे में पितृपक्ष के दिनों में गाय को रोटी खिलाने का महत्व अधिक बढ़ जाता है. मान्यता है कि श्राद्ध के दिनों में पहली रोटी गाय को खिलाने से सभी देवी देवताओं की कृपा बनी रहती है. साथ ही पितर भी तृप्त होते हैं.
पिंडदान
पितृपक्ष के दिनों व तिथि के अनुसार पितरों का श्राद्ध करना चाहिए. इस दौरान पिंडदान करने से वह प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि श्राद्ध पर ब्राह्मण भोजन कराने से वंशों पर पितरों की कृपा बनी रहती है.