Poetry on Corona by Meenakshi Sharma
आगरालीक्स…. कोरोना पर मीनाक्षी शर्मा की कविता
सोचा ना था, कभी किसी ने;
दिन ऐसा भी आऐगा।
हर दरवाजा होगा बंद,
और बस कोरोनाा खटखटायेगा।।
मत खोलो दरवाजोंं को तुुम,
वायरस घर में आएगा।
साँँसेंं करके बंद तुम्हारी,
संग अपने ले जाऐगा।।
मास्क हमेशा लगा के रखो,
हाथों को धोना हर बार।
सैनेटाइज़र साथ में रखो,
मत होना तुम बीमार।।
बचना है, जो चरण तीसरे से;
कर लेना तुम ये उपचार।
अपने दोनों चरणों को तुुम,
मत ले जाना अभी बाहर।।
मानोगे जब ये बातें सारी,
तभी सुुुखी होगा संसार।
ईश्वर की देन है ये जीवन,
मत जाने देना बेकार।।