आगरालीक्स…जिस स्कूल में चपरासी बनकर इंटर तक पढ़ाई की, लाॅकडाउन में वहीं की टीचर से की शादी..कर्जा हुआ तो किया बच्चों का अपहरण…चकित कर देगी अपहरण की वारदात
फिरोजाबाद की क्राइम ब्रांच टीम व थाना दक्षिण पुलिस की बच्चों के मुख्य अपहरणकर्ता से मुठभेड़ हुई. अपहरणकर्ता के पैर में गोली लगी. पुलिस ने मामले का पर्दाफाश कर अपहरण में शामिल महिला सहित पांच लोगों को अरेस्ट किया है.
गौरतलब है कि 31 जनवरी को थाना दक्षिण अतर्गत दो मासूम बच्चों के अपहरण की सूचना पर एसएसपी फिरोजाबाद के आदेश पर पुलिस ने छह घंटे के अंतर ही दोनों मासूमों को सकुशल बरामद कर लिया था, लेकिन अपहरणकर्ता मौके का फायदा उठाकर बच निकले थे. फरार सभी अपहरणकर्ताओं की पुलिस तलाश कर रही थी. मंगलवार की अल सुबह पुलिस को सूचना मिली कि दोनों मासूमों का मुख्य अपहरणकर्ता अपने साथी से मिलने हिमांयुपुर आने वाला है. इस पर पुलिस ने सीएल जैन काॅलेज से हिमायूंपुर जाने वाले रास्ते पर बाइक से आ रहे एक व्यक्ति को रोका लेकिन बाइक सवार ने तुरंत ही पुलिस पर फायर झोंक दिया. इस पर पुलिस ने आत्मरक्षार्थ जवाबी फायरिंग की. गोली बाइक सवार के पैर में लगी. पुलिस ने उसे दबोच लिया. बाइक सवार मासूमों का मुख्य अपहरणकर्ता था. पुलिस ने उसके पास से कार्रवाई की.
स्कूल में चपरासी बनकर की पढ़ाई, फिर वहीं की टीचर से की शादी
गिरफ्तार मुख्य अपहरणकर्ता अभय जादौन से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसके माता-पिता की बचपन में ही मौत हो गई थी. इसके बाद वह ग्लोरी स्कूल सिकंदरा के मालिक के यहां रहकर चपरासी का काम करने लगा. यहां चपरासी का काम करते हुए उसने इंटर तक पढ़ाई की और उसी स्कूल में पढ़ाने वाली एक टीचर से लाॅकडाउन में मई 2020 में शादी कर ली.
लाॅकडाउन में की शादी, हो गया कर्जा
पुलिस के अनुसार शादी के दौरान उसने कई लोगों से पैसे उधार ले लिया जो अपने पैसे वापस मांग रहे थे. वापस करने को पैसे न होने के कारण उसने यह बात अपने बचपन के दोस्त हिमांशु धाकरे को बताई तो हिमांशू ने किसी बच्चे का अपहरण कर फिरौती की सलाह दी. हिमांशु ने कहा कि तुम बच्चे का अपहरण करके लाओ उसके बाद का सारा काम हम कर देंगे. इसके बाद अभ्य फिरोजाबाद आया और उसने भीम नगरी गली नंबर दो के रहने वाले सतीश चंद्र पुत्र जगदीशप्रसाद से संपर्क कर पूरी योजना को बताया तो सतीश भी अपहरण की योजना में शािमल हो गया और उसने पड़ोस में रहने वाली रीता राजपूत पत्नी बबलू राना व बबलू राना पुत्र ओमप्रकाश को यह बात बताई और अपने मकान में एक कमरा देने के लिए कहा, जिस पर रीता और बबलू राजी हो गए और बिना किसी किराये के एक कमरा अभय को दे दिया.
इन सभी ने योजना बनाई कि बच्चों को लेकर अभय आगरा चला जायेगा और फिर हिमांशू रीता के मोबाइल पर काॅल करके फिरौती की मांग करेगा. इसके बाद अभ्य ने अपने मकान के सामने रहने वाले 3 वर्षीय योगेश पुत्र विपिन, 5 साल के कुनाल पुत्र खेमचंद का 31 जनवरी को अपहरण कर लिया और दोनों मासूमों को लेकर अभ्य आगरा पहुंचा और अपने दोस्त हिमांशु को बुला लिया. हिमांशु दोनों बच्चों को अीय के साथ बाइक पर बैठाकर बच्चों को रखने के लिए कई जगह तलाश करने लगा लेकिन सही ठिकाना नहीं मिल पाया. हिमांशु ने फिर रीता के फोन पर फिरौती की मांग के लिए फोन मिलाया तो फोन बंद आया तो शक हो गया कि इन लोगों को पुलिस ने पकड़ लिया है. इस पर दोनों डर गए और भगवान टाकीज के पास चैकिंग व पुलिस की गाड़ियां देखकर बच्चों को वहीं छोड़कर भाग गए. पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया है.