आगरालीक्स… आगरा की स्टेट बैंक आॅफ इंडिया में कार लोन में 1. 33 करोड का घोटाला हुआ है, तीन लाख की वॉच पहनकर बैंक अधिकारियों को अपने झांसे में लेकर खेल किया गया, छह लोगों के खिलाफ थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज किया गया है।
स्टेट बैैक आॅफ इंडिया के अधिकारियों द्वारा थाना हरीपर्वत में मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसमें आरोप लगाया है कि रजत कुलश्रेष्ठ ने फर्जी कार कंपनी बनाई, कंपनी से गाडियों की सेल दिखाते हुए लोगों के नाम पर बैंक से लोन ले लिया। एक के बाद एक कई गाडियों के लिए रजत ने अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर लोन लिया। कार लोन की कुछ किश्त भी जमा की, इसके बाद किश्त देना बंद कर दिया। किश्त न आने पर बैंक द्वारा कार को खरीदने वालों से संपर्क किया गया तो पता चला कि जिन लोगों के नाम से लोन लिया गया था उन्होंने कार खरीदी ही नहीं। इसके बाद बैंक द्वारा जांच की गई तो मामला खुलता चला गया।
लग्जरी लाइफ से जाल में फंसाए अधिकारी
रजत कुलश्रेष्ठ ने अपनी लग्जरी लाइफ से बैंक अधिकारियों को जाल में फंसा लिया, वह कभी बीएमडब्ल्यू तो अभी ओडी से बैंक अधिकारियों से मिलने जाता था। ब्रांडेड कपडे और गैजेट पहनता था, इसलिए बैंक अधिकारी भी झांसे में आ गए। बैंक द्वारा रजत कुलश्रेष्ठ के साथ ही 12 अन्य पर मुकदमा दर्ज कराया गया है।
कई बैंकों से लिया लोन
रजत कुलश्रेष्ठ ने एसबीआई के अलावा कई और बैंकों से भी लोन लिया है, ये मामले भी धीरे धीरे खुलते जा रहे हैं। इस मामले में भी बैंक अधिकारी फंस गए हैं। बिना किसी जांच और कार की डिलीवरी देखे ही बैंक ने लोन कैसे दे दिए। इसकी भी जांच चल रही है।
इस तरह लोगों को फंसाया
रजत कुलश्रेष्ठ ने लोगों को जाल में पफंसाने के लिए प्लानिंग बताई, उनसे कहा कि उनके कागज पर कार का लोन लेना है, एक कार से महीने में 45 से 50 हजार रुपये मिल जाएगे। इसमें से 35 हजार रुपये किश्त जाएगी और 10 से 15 हजार रुपये बच जाएंगे। लोगों से कहा कि लोन के लिए होने वाला भुगतान सहित पहली किश्त भी वही देखा, इस तरह लोगों ने अपने दस्तावेज दे दिए और रचत कुलश्रेष्ठ ने बैंकों से लोन ले लिया।