आगरालीक्स ….आगरा से हवाई यात्रा करने वालों में 60 प्रतिशत बढ़ोत्तरी हुई है लेकिन सिविल टर्मिनल का काम अभी आगे नहीं बढ़ा है। आरटीआई में जब पूछा गया तो जवाब मिला अभी अंडर प्लानिंग में हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता केसी जैन द्वारा आरटीआई से सूचना मांगी गई, एयरपोर्ट अर्थारिटी आफ इंडिया द्वारा उनकी मांगी गई सूचना पर जवाब दिया है आगरा में नये सिविल टर्मिनल की बिल्डिंग के निर्माण की पर्यावरणींय स्वीकृति अभी केन्द्र सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से अभी मिलनी है।
नये सिविल टर्मिनल बिल्डिंग के निर्माण के वर्तमान स्थिति के बारे में पूछे गये प्रश्न का उत्तर दिया गया है ”अण्डर प्लॉनिंग“। इसी प्रकार जब इसकी लागत के बारे में पूछा गया तो उसका उत्तर भी यही था ”अण्डर प्लॉनिंग“ अर्थात् अभी एअरपोर्ट अथॉरिटी को लागत मालूम नहीं है। निर्माण के टेण्डर की सूचना को लेकर भी एअरपोर्ट अथॉरिटी ”अण्डर प्लॉनिंग“ का ही उत्तर देती है। एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा नयी बिल्डिंग के निर्माण के लिये भूमि के कब्जे के बारे में और उसको हैण्डओवर करने की दिनांक को पूछा तो अस्पष्ट सा उत्तर दिया है कि एअरपोर्ट डायरेक्टर के द्वारा बताया जायेगा।
सिविल टर्मिनल को लेकर नहीं किया जा रहा स्पष्ट
अधिवक्ता जैन ने उपलब्ध करायी गयी सूचना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दी गयी सूचना से यह स्पष्ट है कि अभी तक केन्द्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा पर्यावरणींय स्वीकृति प्रदान नहीं की गयी है और जहां तक नये सिविल टर्मिनल के बिल्डंग के निर्माण व उसकी लागत या टेण्डर का प्रश्न है अभी अस्पष्ट है क्योंकि सभी अभी प्लानिंग स्टेज पर ही है। एयरपोर्ट अथॉरिटी अधिकृत रूप से किसी भी बात का खुलासा नहीं कर रही है। जहां एक ओर आगरा नये सिविल टर्मिनल के लिये आतुर हैं वहीं दूसरी ओर एअरपोर्ट अथॉरिटी के प्रयासों में गम्भीरता दिखाई नहीं देती है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा नये सिविल टर्मिनल की बिल्डिंग की निर्माण परियोजना की स्वीकृति अपने आदेश दिनांक 04 दिसम्बर 2019 एवं 11 दिसम्बर 2019 के द्वारा दे दी गयी थी ऐसी स्थिति में पर्यावरणींय स्वीकृति में देरी नहीं होनी चाहिए। छोटे-छोटे शहरों में हवाई उड़ानों की संख्या काफी अधिक है, लेकिन आगरा में लगभग 80 लाख पर्यटकों के आने के बावजूद भी एअर कनेक्टिविटी अच्छी नहीं है। एक बार जैसे ही नये सिविल एन्कलेव की बिल्डिंग बन जाये तो बड़ी संख्या में पर्यटक हवाई मार्ग के माध्यम से आगरा आ सकेंगे और एअर टिकट की दरों में भी कमी आयेगी।