निर्मला नागपाल से सरोज खान, हिंदू परिवार में जन्मी, इस्लाम कबूला
13 साल की उम्र में 41 साल के अपने गुरु से बाल विवाह किया, हवा हवाई गाने के बाद पीछे मुडकर नहीं देखा आगरालीक्स पर कोरियाग्राफर सरोज खान की जिंदगी का सफर
हवा हवाई गाने को अपनी कोरियाग्राफी से हिट कराने वाली सरोज खान का कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। एक हिंदू परिवार में जन्मी निर्मला नागपाल ने मुस्लिम धर्म अपनाया, 13 साल की उम्र में 45 साल के गुरु के साथ बाल विवाह किया, मगर यह विवाह लंबा नहीं चल सका, 1975 में बिजनेस मैन से शादी की, 71 साल की कोरियाग्राफर सरोज खान के चार बच्चे हैं, उनकी जिंदगी का सफर
कृशचन साधु सिंह और नोनी साधु सिंह विभाजन के बाद भारत चले आए, यहां मुंबई में 22 नंबवर 1948 को सरोज खान का जन्म हुआ, नाम रखा निर्मला नागपाल, निर्मला नागपाल ने तीन साल की उम्र में फिल्म नजराना में एक बाल कलाकार के रूप में काम किया। संगीत की शिक्षा 41 साल के गुरु बी॰ सोहनलाल से लेने लगी, इन्हीं से 13 साल की उम्र में शादी कर ली, 1949 में जब बेटे हामिद खान को जन्म दिया पता चला कि उनके पति के पहले से चार बच्चे हैं, चार साल बाद ही वे अपने पति से अलग हो गईं, एक टीवी शो में सरोज खान ने कहा था कि उन्होंने इस्लाम धर्म शादी से पहले ही कूबुल कर लिय था। 1975 में सरोज खान ने बिजनेसमैन सरदार रोशन खान से शादी की और बेटी सुकन्या खान को जन्म दिया।
सरोज खान के करियर पर नजर डालें तो 1987 में मिस्टर इंडिया मूवी में श्री देवी पर फिल्माए गए हवा हवाई गाने से सरोज खान सुर्खियों में आईं, एक के बाद एक सरोज खान की कोरियाग्राफी से गाने हिट होते गए, तीन बार राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1989 में मेरे हाथों में नौ नौ चूडियां हैं, 1994 में खलनायक मूवी के गाने चोली के पीछे क्या है, 2002 में देवदास मूवी का गाना डोला रे डोला के साथ ही रावडी राठौर के गानों की कोरियाग्राफी की।
सरोज खान ने समय के साथ बदलाव किया, 2005 में टीवी रियलिटी शो नच बलिए में जज के रूप में आईं, उनकी टिप्स पर घर घर में बच्चे ही नहीं बडे भी डांस पर चांस मारने लगे, वे विवादों में भी रहीं। 71 साल की उम्र में मुंबई में उनका निधन हो गया।