आगरालीक्स…(30 October 2021 Agra News) आगरा में कार शोरूम मेनेजर की हत्या का चौंकाने वाला खुलासा. मदद करने के बहाने की लूट और हत्या की सनसनीसखेज वारदात…दो अरेस्ट
आगरा में टोयोटा कंपनी के वर्कशॉप मैनेजर रंजीत खरे की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है. पुलिस ने इस हत्याकांड में दो युवकों को अरेस्ट किया है, जिन्होंने मैनेजर को न सिर्फ लूटा था बल्कि उसकी हत्या कर उसके शव को मुरैना में जाकर फेंक दिया था. पुलिस ने आरोपियों के पास से अवैध तमंचा मय कारतूस के बरामद किया है. बता दें कि सुरजीत खरे निवासी मोती कटरा ने सूचना दी कि उका भाई रंजीत खरे रोजाना की तरह टोयोटा कंपनी में ड्यूटी पर गया था लेकिन रात को घर नहीं आया. फोन पर संपर्क किया तो वो स्विच आफ था. अगले दिन रंजीत खरे का शव मुरैना में हाइवे किनारे पड़ा मिला. मुरैना पुलिस ने आगरा पुलिस से संपर्क किया. तब से इस मामले की जांच पुलिस द्वारा की जा रही थी.
शनिवार को पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि इस हत्याकांड में दो युवक अमन शर्मा व अर्जुन शर्मा को पकड़ा गया हे. दोनों टीएसएु मोड़ के पास खड़े थे. पूछताछ में इन्होंने बताया कि हम दोनों एक साथ पढ़ते थे और आपस में दोस्त हैं. उन्होंने बताया कि 18 अक्टूबर को हम हम दोनों ककरेठा रोड पर जा रहे थे वहां हमने एक गाड़ी को सड़क किनारेनाली में फंसा हुआ देखा. उसमें बैठा व्यक्ति नशे में था. हमारे पूछने पर उसने हमसे गाड़ी निकालने के लिए मदद मांगी. हमने उसकी मदद कर गाड़ी को निकाला. इस पर उसने खुद को सनी टोयोटा में मैनेजर बताया. इस पर हमें लगा कि ये मोटी पार्टी है और नशे में है.
बातों ही बातों में हम उसके दोस्त बन गए और हमने पार्टी करने को कहा. इस पर रंजीत हम लोगों को गाड़ी में बिठाने लगा. गाड़ी अर्जुन चलाने लगा. बातों में लगाकर हम लोगों ने उसे और अधिक शराब पिला दी. इसके बाद हम लोग गाड़ी को गरुद्वारा से होते हुए कारगिल की तरफ चल दिए. हमने रंजीत का मोबाइल भी स्विच आफ कर दिया. इसके बाद एनएच 2 से लेकर गाड़ी को मथुरा की तरफ ले गए. यहां रुनकता फ्लाईओवर के पास उतरकर सूनसान स्थान पर हमने रंजीत की तलाश की तो उसने विरोध किया. इस पर व्हील पाना से उस पर कई वार किए जिससे उसकी मौत हो गई. रंजीत के पास से चार से पांच हजार रुपये, पासबुक, चेकबुक आदि कागजात मिले.
बदमाशों ने बताया कि हम लोग पकड़ में न आने पाएं तो इस पर हमने रंजीत के शव को गाड़ी से धौलपुर मुरैना की तरफ ले गए. हमने मुरैरा से पहले सड़क किनारे एक पानी की टंकी के पास रात में सूनसान स्थान देख वहां पर फेंक दिया. हमने सोचा कि दूसरा स्टेट है और कोई इसके शव को नहीं पहचानेगा और हम लोग बच जाएंगे. इसके बाद वापस आने पर हमने गाड़ी का फास्टैग हटाया और टोल पर गाड़ी का नंबर गलत बताकर टोल पर्ची कटवाई. वापस आकर हमने रंजीत की गाड़ी को आगरा फोर्ट के पास खड़ा कर दिया और चाबी को सिकंदरा क्षेत्र में फेंक दिया.