आगरालीक्स…(Agra News 19th June) देश दुनिया में सुर्खियों में आए आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल मामले में प्रियंका गांधी का टवीट, विडंबना देखिए, मरीजों के परिजनों की गुहार को अनसुना कर सरकार ने न्याय की उम्मीद को तोड़ दिया.
आगरा के श्री पारस हॉस्पिटल का वीडियो वायरल होने के बाद आक्सीजन की मॉकड्रिल की जांच के लिए गठित कमेटी ने 18 जून को अपनी रिपोर्ट सौंप दी। इसमें स्पष्ट कहा गया है कि एक भी मरीज की मौत आक्सीजन की कमी से नहीं हुई है। कहा गया है कि 26 और 27 अप्रैल को हॉस्पिटल में 16 मरीजों की मौत हुई। जांच रिपोर्ट आने के बाद तमाम सवाल उठ रहे हैं।
प्रियंका गांधी ने किया टवीट
26 और 27 को 16 मरीजों की मौत हुई, लेकिन आक्सीजन की कमी से एक भी मरीज की मौत नहीं
इस मामले की जांच के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज के एनेस्थीसिया विभाग के डॉ त्रिलोकचंद, मेडिसिन विभाग के डॉ बलवीर सिंह, फोरेंसिक विभाग की डॉ रिचा गुप्ता और डिप्टी सीएमओ डॉ पीके शर्मा की टीम गठित की गई। टीम ने डेथ आडिट किया, 26 और 27 जून को 16 मरीजों की मौत हुई। डेथ आडिट में कहा गया है कि 16 मरीजों में से 14 में कोमार्बिडिटी यानी कोरोना के साथ मधुमेह, ह्रदय रोग सहित अन्य बीमारियां थी। दो मरीजों में कोई भी कोमार्बिडिटी नहीं थी, इन सभी की जांच का आकलन किया गया, इलाज कोरोना प्रोटोकाल के तहत पाया गया, साक्ष्यों के आधार पर समिति ने कहा है कि एक भी मरीज की आक्सीजन बंद नहीं की गई थी, उक्त दिनों में अस्पताल में पर्याप्त आक्सीजन थी 16 मरीजों की मौत उनकी बीमारी की गंभीर अवस्था और अन्य बीमारी साथ में होने के कारण हुई थी।
महामारी अधिनियम में दर्ज मुकदमे में पुलिस करेगी विवेचना
इस मामले में आक्सीजन की कमी का भ्रम फैलाने के आरोप में डॉ अरिंजय जैन पर थाना न्यू आगरा में महामारी अधिनियम में मुकदमा दर्ज है, इस मामले में पुलिस विवेचना कर आगे की कार्रवाई करेगी। साथ ही हास्पिटल का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया था, हॉस्पिटल संचालक के जवाब के आधार पर सीएमओ को आगे निर्णय लेना है।