Social media ended the craze of greeting cards
आगरालीक्स…सोशल मीडिया ने खत्म किया ग्रीटिंग काडर्स का क्रेज. आपको तो याद ही होगा कि कैसे काडर्स पर स्पेशल शायरियां लिखकर दी जाती थीं बधाइयां. वर्षों संजो कर रखते थे कार्ड…
सोशल मीडिया के युग में अब दुनिया मुट्ठी में
आधुनिक युग सुख सुविधाओं का युग है. डिजिटल युग है. हाथ में मोबाइल है तो पूरी दुनिया अपनी मुट्ठी में है. आज नया साल साल है और 31 दिसंबर की रात 12 बजते ही सोशल साइट्स पर बधाई संदेशों के मैसेज पर मैसेज आने लगे. किसी ने खुद मैसेज बनाया तो किसी ने गूगल पर न्यू ईयर विशेस सर्च कर एक अच्छा सा इमेज लिया और कर दिया दोस्तों को फॉरवर्ड. बधाइयों के ये फॉरवर्ड संदेश आज सुबह से शाम तक व्हाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसी सोशल साइट्स पर खूब चल रहे हैं. फिर चाहे वह पडोसी फ्रेंड हो या फिर अमेरिका में बैठा अपना रिलेटिव. एक ही मैसेज को अपने सारे दोस्तों को भेजे जा रहे हैं, वहां से दूसरी जगह और फिर वहां से तीसरी जगह. बधाइयों का ये दौर आज खूब चल रहा है.
एक सप्ताह पहले ही खरीद लेते थे ग्रीटिंग कार्ड
हालांकि दो दशक पहले स्थिति कुछ और थी. न हाथ में मोबाइल था और न ही कम्प्यूटर का ऐसा कुछ ज्ञान. लेकिन नये साल की बधाइयों का यह क्रेज पहले भी आज जैसा ही था. लोग इन बधाइयों को ग्रीटिंग काडर्स के जरिए अपने खास दोस्त, परिचित या फैमिली मेंबर को भेजते थे या देते थे. और इसके लिए बाकायदा एक से एक बढकर स्पेशल शायरियां भी लिखी जाती थीं. नये साल के एक सप्ताह पहले से ही मार्केट में ग्रीटिंग काडर्स की शॉप्स सजकर तैयार हो जाती थीं. और लोग उन्हें लेते थे. जिन्हें दूर—दराज अपने रिश्तेदार को बधाई देनी होती थी तो वह पहले से ही ग्रीटिंग काडर्स को खूब अच्छी तरह से सजाकर पोस्ट करते थे. यह उत्साह बच्चों से लेकर बडों में एकसा था. कुछ बच्चे तो घर पर ही ग्रीटिंग काडर्स बनाते थे और उन्हें नया साल आने पर अपने दोस्तों को देते थे.
ठप है कारोबार
जमाना बदलते ही ग्रीटिंग काडर्स का कारोबार भी अब बिल्कुल न के बराबर हो गया है. पहले जहां किसी एक बाजार में 10 से 12 दुकानें ग्रीटिंग काडर्स की होती थीं वह अब न ही के बराबर हैं. फुब्बारा में स्टेशनरी की दुकान चलाने वाले संतोष बताते हैं कि पहले नये साल पर ग्रीटिंग काडर्स से अच्छा खासा कारोबार होता था लेकिन अब तो बिल्कुल न के बराबर है. पिछले करीब तीन साल से अब हम खुद ही ग्रीटिंग काडर्स नहीं रख रहे हैं. हमारे पास जो भी स्टॉक है वह पुराना है अगर कोई स्पेशल डिमांड पर ग्रीटिंग काडर्स लेने आता है तो हम पुराने स्टॉक से ही उसे दिखाते हैं.
वहीं नगला पदी में भी गिफ्ट शॉप चलाने वाले राकेश सिंह का कहना है कि ग्रीटिंग काडर्स का कारोबार अब लगभग पूरी तरह से खत्म है. लोग आते ही नहीं तो हमने भी रखना बंद कर दिया है. हालांकि आज से करीब 20 साल पहले इसका क्रेज बहुत जबरदस्त था.
ग्रीटिंग काडर्स पर कुछ ऐसी लिखी जाती थी बधाई संदेश
सोने का घडा हीरे से भरा
प्यार इतना बडा कि ग्रीटिंग देना पडा
मेरे सबसे प्यारे दोस्त को मेरा ये है उपहार
ग्रीटिंग कार्ड में भेजा है हमने बहुत सारा प्यार